
- कोलकाता में पिछले 24 घंटे में 247.4 मिलीमीटर बारिश हुई, जो पिछले 22 दिनों की कुल बारिश से अधिक है.
- इस भारी बारिश के कारण शहर में सात लोगों की मौत हुई और कई इलाकों में पानी भर गया है.
- बारिश से ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हुई और ट्रेन तथा मेट्रो सेवाओं पर भी असर पड़ा है.
सिटी ऑफ जॉय कोलकाता को इंद्र भगवान की नजर लग गई है. दुर्गा पूजा की तैयारियों में जुटा शहर सोमवार सुबह से लेकर मंगलवार तक इतनी बारिश की मार झेला है कि जो रिकॉर्ड बन गया है. दरअसल, शहर में पिछले 24 घंटे के दौरान 247.4 मिलीमीटर बारिश हो गई है. दिलचस्प बात ये है कि 1 सितंबर से लेकर 22 सितंबर के बीच कोलकाता में 176 मिलीमीटर बारिश हुई थी. जो इस दौरान होने वाली बारिश के सामान्य स्तर से 16 फीसदी कम थी। पर अचानक इंद्र भगवान ने ऐसी आंखें तरेरी कि पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. शहर के कई इलाकों में जलभराव के कारण बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम दस लोगों की मौत हो गई है.
आईएमडी ने जो आंकड़ा जारी किया है उसके अनुसार, शहर में पिछले 22 दिनों में जितना बारिश हुई है, उससे ज्यादा बारिश तो महज एक दिन में हो गई है. इस जल प्रलय के कारण शहर में सात लोगों की मौत हो गई है. निचले इलाकों में पानी भर गया है. कई इलाकों में पानी भरने के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या सामने आ रही है. ट्रेन और मेट्रो सेवाओं पर भी असर पड़ा है.

सीएम ममता बनर्जी और कोलकाता के मेयर फरहाद हकीम ने लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है. मेयर ने बताया कि अगर शहर में आगे कोई बारिश नहीं होती है तब सबकुछ सामान्य होने में कम से कम 12 घंटे लगेंगे.

आखिर क्यों हुई इतनी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण तटीय इलाकों, हुगली, हावड़ा और कोलकाता में जोरदार बारिश हुई है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में इन इलाकों में निम्न दबाव का क्षेत्र बने रहने की संभावना जताई है.

6 घंटे में सब पानी-पानी
कोलकाता और इसके उपनगरीय इलाकों में रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक इतनी बारिश हुई कि पूरा शहर जब नींद से जागा तो उसे हर तरफ पानी-पानी ही नजर आ रहा था. सबसे ज्यादा बारिश बालीगंज (295mm), गरियाहटा (262mm), जाधवपुर (258mm), अलीपुर (240mm) और मुकुंदापुरा (280mm) में हुई है.
भारत मौसम विभाग के Regional Meteorological Centre, Kolkata द्वारा जारी ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक 22 सितम्बर को सुबह 08:30 बजे से 23 सितम्बर को सुबह 08:30 के बीच कोलकाता में कुल 251.5 mm बारिश रिकॉर्ड की गयी जो लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 2663% ज़्यादा है.
पड़ोस के Howrah में इन चौबीस घंटों में लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 1006% ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है.
1 सितंबर से 22 सितंबर के बीच, कोलकाता में 178.6 मिमी बारिश हुई, जो इस अवधि के दौरान सामान्य 213.7 मिमी से 16 प्रतिशत कम है. जबकि कल सुबह 8.30 बजे से आज सुबह 8.30 बजे के बीच, सिटी ऑफ जॉय में 251.5 mm record बारिश हुई, इसमें से अधिकांश रात के कुछ घंटों में हुई.
North 24 Parganas ज़िले में इस दौरान लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 857% ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है.
पूर्व मेदिनीपुर में इन चौबीस घंटों में लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 327% ज़्यादा और पश्चिम मेदिनीपुर में लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 285% ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है.
जहाँ तक पूरे पश्चिम बंगाल का सवाल है, भारत मौसम विभाग के मुताबिक पूरे राज्य में औसत से करीब 115% ज़्यादा बारिश पिछले चौबीस घंटों में रिकॉर्ड की गयी है.
भारत मौसम विभाग के ताज़ा पूर्वानुमान के मुताबिक, "पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और 25 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इन प्रणालियों के प्रभाव में, आज, 23 तारीख को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों, 26 तारीख तक ओडिशा, 26 और 27 सितंबर 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है".
25 से 29 सितंबर, 2025 के दौरान कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की एक नई लहर चलने की संभावना है.
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