उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चमोली और चंपावत में बादल फटने से खासे नुकसान की ख़बर है। इस प्राकृतिक आपदा में 12 लोगों की मौत की खबर है। इसके अलावा करीब दो दर्जन लोग लापता बताए गए हैं। इन ज़िलों में मकानों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
उत्तराखंड में जारी बारिश की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा मुश्किल हालात पहाड़ी ज़िलों के हैं। चमोली, पिथौरागढ़ और चंपावत में बादल फटने से खासे नुकसान की ख़बर है। पिथौरागढ़ में आई बाढ़ में जहां 20 लोग लापता हुए हैं वहीं चमोली में भी कुछ लोगों के बहने की सूचना है। इसके अलावा मकानों को भी बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची है।
केंद्र ने मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से प्रभावित उत्तराखंड में आज राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के बचाव दल भेजने और पहाड़ी राज्य को हर जरूरी मदद उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से फोन पर बात की और पिथौरागढ़ एवं चमोली जिलों में बादल फटने और भारी बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया। राजनाथ ने रावत को इस स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘उत्तराखंड में बादल फटने से प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ के दलों को भेजा गया है। एनडीआरएफ के अतिरिक्त दलों को अलर्ट पर भी रखा गया है।’’ गृहमंत्री ने इस आपदा के कारण हुई मौतों पर गहरा दुख जाहिर किया और शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही छिटपुट स्थानों खासतौर पर नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है।मौसम केंद्र द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में, नैनीताल, उधमसिंहनगर, चंपावत, अल्मोडा, पौडी, हरिद्वार, देहरादून और टिहरी जिलों में कल सुबह से 72 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा अन्य पांच जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मौसम विभाग की इस चेतावनी के मद्देनजर संबंधित जिला प्रशासन को मुस्तैद रहने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
उत्तराखंड में जारी बारिश की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा मुश्किल हालात पहाड़ी ज़िलों के हैं। चमोली, पिथौरागढ़ और चंपावत में बादल फटने से खासे नुकसान की ख़बर है। पिथौरागढ़ में आई बाढ़ में जहां 20 लोग लापता हुए हैं वहीं चमोली में भी कुछ लोगों के बहने की सूचना है। इसके अलावा मकानों को भी बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची है।
केंद्र ने मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से प्रभावित उत्तराखंड में आज राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के बचाव दल भेजने और पहाड़ी राज्य को हर जरूरी मदद उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से फोन पर बात की और पिथौरागढ़ एवं चमोली जिलों में बादल फटने और भारी बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया। राजनाथ ने रावत को इस स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘उत्तराखंड में बादल फटने से प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ के दलों को भेजा गया है। एनडीआरएफ के अतिरिक्त दलों को अलर्ट पर भी रखा गया है।’’ गृहमंत्री ने इस आपदा के कारण हुई मौतों पर गहरा दुख जाहिर किया और शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही छिटपुट स्थानों खासतौर पर नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है।मौसम केंद्र द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में, नैनीताल, उधमसिंहनगर, चंपावत, अल्मोडा, पौडी, हरिद्वार, देहरादून और टिहरी जिलों में कल सुबह से 72 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा अन्य पांच जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मौसम विभाग की इस चेतावनी के मद्देनजर संबंधित जिला प्रशासन को मुस्तैद रहने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
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