घरेलू उड़ान सेवा शुरू करने के बाद अब नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा शुरू करने की रणनीति बना रहे हैं. तैयारी अगस्त से पहले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने की है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इंटरनेशनल आगमन के लिए टेस्टिंग और क्वारंटाइन के लिए सख्त गाइडलाइंस जारी कर दी है. किसी यात्री में अगर सर्दी, बुखार या खांसी के लक्षण पाए जाते हैं तो उसका कोविड टेस्ट (RT-PCR टेस्ट) अनिवार्य होगा.
घरेलू उड़ान सेवा की बहाली के बाद अब भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने की रणनीति बनाने में जुट गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए विदेशों से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग और क्वारंटाइन पॉलिसी के लिए सख्त मापदंड तय किए हैं. यह तय किया गया है कि फ्लाइट बोर्ड करने से पहले हर यात्री को यह अंडरटेकिंग देना होगा को वो 14 दिन के क्वारंटाइन में जाएंगे. विदेश से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग ICMR के प्रोटोकॉल के हिसाब से होगी. किसी यात्री में अगर सर्दी, बुखार या खांसी के लक्षण पाए जाते हैं तो उसका कोविड टेस्ट (RT-PCR टेस्ट) अनिवार्य होगा. जिन यात्रियों में ऐसे लक्षण नहीं होंगे उन्हें 7 दिन अपने खर्च पर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहना होगा. सात दिन इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहने के बाद और सात दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा.
एनडीए के घटक दल जेडीयू ने मांग की है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लेकर सतर्कता बढ़ाने की ज़रूरत है और इसके लिए गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो नियम-कायदे बनाए हैं. उनका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान होना चाहिए.
जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने एनडीटीवी से कहा कि "मैं अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा शुरू करने का समर्थन करता हूं लेकिन साथ ही अगर कोई इंटरनेशनल ट्रैवलर गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी होनी चाहिए."
VIDEO : कई फ्लाइटें कैंसिल, यात्री हुए परेशान
desktop-ocm52ql@ad
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं