हाथरस सत्संग में भगदड़ के बाद 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यूपी में हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरा देश में कोहराम मचा हुआ है. ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही लाशों का ढेर लगा देखकर सदमे में आ गया और उसे दिल का दौरा पड़ा. जिससे उसकी मौत हो गया. मृतक सिपाही एटा के क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था. भगदड़ वाले हादसे के बाद सिपाही की ड्यूटी उसी जगह पर लगी थी, जहां पर शव रखे गए थे.
लाशों के ढेर देख घबरा गया था सिपाही
सिपाही रवि यादव मुकरूप से अलीगढ़ का रहने वाला था. भगदड़ के बाद जब शवों को मेडिकल कॉलेज लाया गया तो उसकी ड्यूटी वहां लगाई गई थी. इतनी लाशों को देखने का सदमा सिपाही की मौत का सबब बन गया. शवों को देखकर सिपाही की हालात खराब हो गई और उसे इलाज के लिए ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान ही सिपाही की मौत हो गई. जिस जगह शव रखे गए थे, वहां रोते बिलखते परिवार वालों का बुरा हाल था.
खौफनाक मंजर देख सिहर गया हर कोई
इसी जगह पर कुछ लोग सत्संग में बिछड़े अपने परिवार के बाकी लोगों की तलाश में यहां पहुंचे थे. भगदड़ के बाद घटनास्थल पर जो खौफनाक मंजर था, उसे देख कोई भी सिहर जाएगा. घटनास्थल और सरकारी अस्पताल के अंदर बड़ा ही मार्मिक मंजर देखने को मिला. इस भगदड़ में जिन लोगों की जाने गई, उनके परिवारों को रो-रो कर बुरा हाल हो चुका है. जिन लोगों ने शवों के ढेर लगे देखे, उनकी भी आंखें भर भाई.
अस्पताल की अव्यवस्था पर आक्रोशित लोग
सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया है. लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है, लेकिन एक भी डॉक्टर किसी का भी उपचार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. लोगों ने कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह सब कुछ हआ. कल रात से ही रोड पर जाम लगा हुआ था. पुलिस ने वो जाम खुलवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. लोगों ने कहा कि अस्पताल में लाशों का ढेर लग चुका है, लेकिन अस्पताल में एक ही डॉक्टर है.
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