हाथरस सत्संग हादसे को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. योगी ने कहा कुछ लोगों की यह आदत होती है कि इस प्रकार के दुखद हादसों में वह राजनीति ढूंढते हैं. ऐसी लोगों की यह फितरत है, चोरी और सीनाजोरी भी. यह हर व्यक्ति जानता है कि सज्जन का फोटो किसके साथ में है. उनके राजनीतिक संबंध किसके साथ में जुड़े हैं.
इस घटना की तह में जाना जरूरी - सीएम योगी
आप लोगों ने इस बात को देखा होगा कि रैलियों के दौरान इस प्रकार की भगदड़ कहां मचती थी और कौन इसके पीछे हैं. इसकी तह में जाया जाएगा. जो निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं, उसकी तय में जाया जाएगा और जवाबदेही तय होगी. उन्होंने आगे कहा कि इस हादसे में 31 ऐसे घायल हैं, जिनका हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा के अस्पताल में जिनका इलाज चल रहा है. सभी खतरे से बाहर हैं.
सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे - सीएम
सीएम योगी ने आगे कहा कि सभी यह बता बोलते हैं कि हादसा कार्यक्रम के बाद हुआ, जब इस कार्यक्रम में जो सज्जन वहां पर उपदेश देने के लिए आए थे, उनके कार्यक्रम के बाद जैसे ही जीटी रोड पर काफिला आया, तो उन्हें छूने के लिए महिलाओं का दल बढ़ा तो पीछे पीछे भीड़ गई और इसी के बाद वे एख दूसरे के ऊपर चढ़ते गए. सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे, जिसके कारण जीटी रोड के दोनों ओर रोड पर भी हादसा हुआ.
"एडीजी आगरा की अध्यक्षता में होगी मामले की जांच"
सीएम योगी ने कहा कि इस हादसे के दौरान दुखद पहलू यह हुआ कि इस प्रकार के आयोजन में जो सेवादार प्रशासन को अंदर घुसने नहीं देते, उन्होंने ही दुर्घटना होने के तत्काल बाद या दौरान प्रारंभिक तौर पर मामले का दबाने का प्रयास किया. जब प्रशासन ने कार्रवाई की तो ज्यादातर सेवादार वहां से भाग गए. इस घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया गया है. प्रारंभिक रिपोर्ट में इस घटना की तह में जाने के लिए कहा गया है. अभी तक हमारी कार्रवाई राहत और बचाव को आगे बढ़ाने के बाद आयोजको को पूछताछ के लिए बुलाना और हादसे के कारणों के बारे में उनसे पूछताछ करना और जिम्मेदारी तय करना था.
"कौन है इसके पीछे ये जानना जरूरी है"
सीएम योगी ने कहा कि हम इस बात को किसी भी तरह से नकार सकते कि यह घटना हादसा नहीं हो सकता है. यह हादसा है तो इसका जिम्मेदार कौन हैं. अगर घटना घटित हुई है तो फिर साजिश किसकी है. कौन इसके पीछे है. इसके लिए एक जुडिशल जांच की जाएगी. जो भी दोषी होगा उन्हें इसकी सजा देना और इस घटना का दोहराव न हो, इसके लिए सुझाव और एसओपी बनाई जा सके जिसे आगे के आयोजन में लागू किया जा सके,यह कमिटी बताएगी.
यह भी देखें
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं