उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गयी और दर्जनों अन्य घायल हो गए हैं. अब तक हुई जांच में पता चला है कि घटना के दौरान कार्यक्रम स्थल पर अव्यवस्था और बाबा के सेवादारों की नाकामी के कारण यह हादसा हुआ. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि बाबा के सेवादार पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम के दौरान अंदर की सुरक्षा व्यवस्था को संभालने की इजाजत नहीं देते हैं जिस इस कारण कई बार अव्यवस्था देखने को मिलती है.
बाबाओं के सेवादारों समय-समय पर प्रशासन को देते रहे हैं चुनौती
देश के तमाम राज्यों में कई बार यह देखा गया है कि बाबाओं के सेवादार पुलिस प्रशासन से उलझते रहे हैं. हरियाणा में राम रहीम के सेवादारों और समर्थकों ने कई बार प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी की है. हरियाणा के ही हिसार जिले में बाबा रामपाल के आश्रम में पहुंची पुलिस पर उसके सेवादारों ने हमला कर दिया था. बाद में काफी मशक्कत के बाद रामपाल को पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब रही थी. आशाराम के समर्थक और सेवादारों ने भी कई बार पुलिस प्रशासन को चुनौती दी थी.
बाबा के सेवादारों पर भड़के सीएम योगी
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंचे. बाद में मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने सेवादारों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया. सीएम योगी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में सेवादार पुलिस को अंदर जाने नहीं देते हैं. मंगलवार की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि जब बाबा उपदेश देने के लिए आए जैसे ही जीटी रोड पर उनका काफिला आया लोग उन्हें छूने के लिए उमड़ पड़े. सेवादार इस दौरान धक्के देने लगे जिसके बाद यह हादसा हुआ.
यूपी सरकार बनाएगी SOP
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘इसमें प्रशासन और पुलिस के सेवानिवृत अधिकारियों को रखकर घटना की तह में जाएंगे और जो भी इसके लिए दोषी होगा उन सभी को सजा दी जाएगी.'' योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाएगी ताकि भविष्य में होने वाले इस तरह के किसी भी बड़े आयोजन में उसे लागू किया जा सके। इन सभी चीजों को सुनिश्चित किया जाएगा. ''
इस घटना की तह में जाना जरूरी - सीएम योगी
आप लोगों ने इस बात को देखा होगा कि रैलियों के दौरान इस प्रकार की भगदड़ कहां मचती थी और कौन इसके पीछे हैं. इसकी तह में जाया जाएगा. जो निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं, उसकी तय में जाया जाएगा और जवाबदेही तय होगी. उन्होंने आगे कहा कि इस हादसे में 31 ऐसे घायल हैं, जिनका हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा के अस्पताल में जिनका इलाज चल रहा है. सभी खतरे से बाहर हैं.
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