हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की वित्तीय स्थिति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच छिड़ी जंग के बीच एचएएल की सफाई आई है. एचएएल ने रविवार को कहा कि 83 हल्के लड़ाकू विमानों और 15 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के ऑर्डर अभी अंतिम चरण में हैं. साथ ही कहा कि उसकी वित्तीय स्थिति में सुधार की संभावनाएं हैं. एचएएल ने यह भी कहा कि उसने अपनी मौजूदा जरूरतें पूरी करने के लिए 962 करोड़ रुपए का ओवरड्राफ्ट (बैंक से धनराशि लेना) लिया था. बता दें, रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को एक लाख करोड़ रुपये की खरीद का आदेश देने को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया था. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि एचएएल का कहना है कि उसे ‘एक पैसा भी नहीं मिला.'
एचएएल ने एक ट्वीट में कहा, ‘एचएएल को लेकर मीडिया में आई विभिन्न खबरों के मद्देनजर, यह स्पष्ट किया जाता है: एचएएल ने 962 करोड़ रुपए का ओवरड्राफ्ट लिया है. मार्च तक अनुमानित संग्रह से नगद की स्थिति में सुधार हो सकता है. एलसीए मैक1ए (83) और एलसीएच (15) अंतिम चरण में हैं.' कंपनी ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया जब मीडिया में ऐसी खबरें आई कि वह वित्तीय संकट से जूझ रही है. अपने कर्मियों के वेतन भुगतान के लिए उसे उधार लेना पड़ा.
निर्मला सीतारमण का राहुल पर पलटवार, देश को गुमराह करने का लगाया आरोप
राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट किया था, 'जब आप एक झूठ बोलते हैं तो उसे छुपाने के लिए कई झूठ बोलने पड़ते हैं. राफेल डील को लेकर पीएम मोदी की झूठ को बचाने के चक्कर में रक्षामंत्री को संसद में झूठ बोलना पड़ा. सोमवार को रक्षामंत्री को संसद के सामने वो कागजात पेश करने चाहिए, जिसमें यह जिक्र हो कि सरकार ने एचएएल को एक लाख करोड़ रुपए के ऑर्डर दिए हैं या फिर इस्तीफा दें.
इसके बाद रक्षामंत्री ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि यह ‘शर्म‘ की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष मुद्दे को पूरी तरह से समझे बिना देश को ‘गुमराह' कर रहे हैं. सीतारमण के दफ्तर ने ट्वीट कर कहा कि गांधी को ‘ए बी सी से शुरू करना' चाहिए और टिप्पणी करने से पहले पूरी रिपोर्ट पढ़ने की सलाह दी. रक्षा मंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘‘यह शर्म की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष देश को गुमराह कर रहे हैं. एचएएल ने (2014 से 2018 के बीच) 26,570.8 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और 73,000 करोड़ रुपये के अनुबंधों पर हस्ताक्षर होने हैं. क्या राहुल गांधी सदन में देश से माफी मांगेंगे?''
राफेल डील से बाहर हुई HAL तैयार करेगी तेजस का हथियारबंद संस्करण
इसके साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार बनने के बाद, 2014 से एचएएल को दिए अनुबंधों का विवरण भी दिया. सीतारमण के मुताबिक, वायु सेना को 83 हल्के हेलीकॉप्टर तेजस की आपूर्ति के लिए एचएएल को 49,797 करोड़ रुपये का अनुबंध दिया गया, जो तकनीकी आकलन चरण में है. अन्य अनुबंध 20,000 करोड़ रुपये का है. यह अनुबंध कमोव केए 226 टी हेलीकॉप्टर की आपूर्ति के लिए दिया गया है.
(इनपुट- एजेंसियां)
VIDEO- रक्षा मंत्री ने कहा- मोदी सरकार ने HAL को दिए एक लाख करोड़ के काम
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