प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वाराणसी दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने उन महिलाओं से भी बातचीत की, जिन्हें सरकार द्वारा गिर गाय दी गई हैं. गिर गाय की लाभार्थियों ने बेहद खुशी से पीएम मोदी को बताया को गाय मिलने के बाद उनके जीवन में आए बदलावों के बारे में बताया. उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि किस तरह से गिर गाय मिलने के बाद वो आत्मनिर्भर हुई हैं और साथ ही इससे संस्कृति का भी विकास हो रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि गिर गाय क्या होती हैं? या फिर गिर गाय की क्या खासियत? इन्हें गिर गाय क्यों कहा जाता है? अगर नहीं तो हम आपको यहां इन सभी सवालों के जवाब देने वाले हैं.
कैसे पड़ा इसका नाम गिर गाय?
गिर गाय को गिर गाय इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये गुजरात की गिर पहाड़ियों और काठियावाड़ जिले के जंगलों की मूल निवासी गाय है. गिर गाय की नस्ल का नाम गिर के जंगलों से ही लिया गया है. गिर गाय अपनी खासियत के कारण केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी मशहूर हैं. गिर गाय की पहचान उसके विशिष्ट स्वरूप से हो जाती है. इसका माथा गोल, गुंबददार और उत्तल होता है. साथ ही गिर गाय की कूल्हे की हड्डियां उभरी हुई होती हैं और इसके खुर काले होते हैं. इसके सींग पीछे की ओर मुड़े होते हैं.
गिर गाय की खासियत
गिर गाय रोजाना 12 से 15 लीटर दूध देती है और इस गाय की बिक्री एक लाख रुपये तक में होती है. गिर गाय के एक लीटर दूध का रेट औसतन 65 रुपये है. यदि गिर गाय रोजाना 12 लीटर भी दूध देती है तो 30 दिन में यह 360 लीटर और सालभर में 3600 लीटर के आसपास दूध का उत्पादन करती है.
गिर गाय के दूध के फायदे
- गिर गाय A2 दूध की सबसे बड़ी दूध देने वाली गाय है. इंसानों के लिए यह दूध बेहद फायदेमंद होता है.
- ए2 दूध में विटामिन ए, बी, डी और ओमेगा 3 और 6 मौजूद होता है.
- साथ ही इंसान इस दूध को आसानी से पचा पाते हैं.
- यह मनुष्य के शरीर में प्रतिरक्षा बूस्टर का काम करती है.
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