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99 रुपये की स्कीम 32 लोगों की जिंदगी पर पड़ी भारी, आखिर राजकोट के गेम जोन में क्या कुछ हुआ...

रिपोर्ट्स के मुताबिक गेमिंग जोन में जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां कई लोग मौजूद थे. ऐसा इसलिए क्योंकि शनिवार का दिन था और साथ ही गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट वाली स्कीम भी चल रही थी. 

99 रुपये की स्कीम 32 लोगों की जिंदगी पर पड़ी भारी, आखिर राजकोट के गेम जोन में क्या कुछ हुआ...
इस घटना में 32 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 12 बच्चे भी शामिल हैं.

गुजरात के राजकोट (Rajkot) में शनिवार को एक गेमजोन में भीषण आग लगने के कारण 32 लोगों की मौत हो गई. यह घटना राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट वाली स्कीम चल रही थी. इस वजह से गेमिंग जोन में कई लोग मौजूद थे. आग लगने के कारणों की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है लेकिन शुरुआती जांच में सामने आया है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी. इस घटना में मरने वाले 32 लोगों में 12 बच्चे भी शामिल है. 

गेम जोन में वीकेंड पर थी 99 रुपये की स्कीम

रिपोर्ट्स के मुताबिक गेमिंग जोन में जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां कई लोग मौजूद थे. ऐसा इसलिए क्योंकि शनिवार का दिन था और साथ ही गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट वाली स्कीम भी चल रही थी. माना जा रहा है कि गेमिंग जोन संचालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है. मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है. इसमें टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी, उनके पार्टनर प्रकाश जैन, मैनेजर नितिन जैन और एक अन्य शख्स राहुल राठौड़ शामिल हैं.

गेम जोन में थे ज्वलनशील पदार्थ, फायर एनओसी भी नहीं थी

सूत्रों के अनुसार, टीआरपी गेमिंग जोन में बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे और साथ ही उनके पास फायर एनओसी भी नहीं थी. रिपोर्ट के अनुसार, वहां कई हजार लीटर पेट्रोल और डीजल रखा हुआ था. 

एंट्री एग्जिट के लिए था एक ही गेट

इतना ही नहीं, एंट्री और एग्जिट के लिए भी केवल एक ही गेट था. इस वजह से आग लगने के बाद लोग वहां से आसानी से निकल पाने में नाकामयाब रहे और वहीं फंसे रहने के कारण उनकी मौत हो गई. 

अन्य गेम जोन्स की भी हो रही है जांच

इस बीच, गुजरात के पुलिस महानिदेशक ने पुलिस आयुक्तों और जिला पुलिस अधीक्षकों को राज्य के सभी गेम जोन्स का निरीक्षण करने और बगैर फायर सेफ्टी की अनुमति के चलने वाले गेम जोन्स को तत्काल बंद करने का निर्देश दिए गए हैं.

मृतकोें की पहचान के लिए किए जा रहे हैं डीएनए टेस्ट

राजकोट सिविल हॉस्पिटल के पोस्टमार्टम हाउस में 32 शव लाए गए हैं. इन सभी का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और साथ ही डीएनए टेस्ट भी किया जा रहा है, जिससे उनकी पहचान हो सके. मृतकों के परिजनों का भी डीएनए मिलान के लिए नमूना लेने का काम चल रहा है. 

प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर किए जारी

राजकोट प्रशासन ने हताहत लोगों के परिजनों की सहायता के लिए फोन नंबर भी जारी किए हैं. प्रशासन ने कहा कि गेम जोन में आग लगने की घटना के संबंध में पूछताछ के लिए सिविल अस्पताल आने वाले लोगों से अनुरोध है कि यदि उन्हें किसी भी जानकारी की आवश्यकता हो तो फोन नंबर +917698983267 और +919978913796 पर संपर्क करें.

मृतकों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा

टीआरपी गेमिंग जोन में हुए हादसे में मरने वालों के परिजनों को सरकार द्वारा 4 लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया गया है. साथ ही घायलों के परिजनों को सरकार द्वारा 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.

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