
नक्सलियों के खिलाफ ये रडार जल्द ही ऑपरेशंस में इस्तेमाल किए जाएंगे. (फाइल फोटो)
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ये रडार जल्द ही नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशंस में इस्तेमाल किए जाएंगे.
इन रडारों का इस्तेमाल पश्चिमी देशों में और इजरायल में काफी कामयाब रहा.
अजीत डोभाल ने इस बारे में जानकारी गृह मंत्री को भी दी.
एक सीनियर अफ़सर ने एनडीटीवी को बताया कि "आतंकियों के खिलाफ इस तरह के रडार का इस्तेमाल पश्चिमी देशों में और इजरायल में काफी कामयाब रहा है." बुधवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस बारे में जानकारी गृह मंत्री को भी दी. गुरुवार को सीआरपीएफ़ सुकमा हादसे की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपने जा रहा है.
कैसे काम करेगा ये रडार
1. रडार को अलग-अलग लोकेशन पर फिट किया जाएगा.
2. रडार को एक सेन्ट्रल मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा.
3. रडार किसी भी मूवमेंट को पकड़ने के साथ ही उस जगह की इमेज और वीडियो बनाकर सीधा कंट्रोल रूम तक पहुंचाएगा.
4. इस तकनीक के सहारे नक्सलियों की लोकेशन और संख्या के साथ-साथ उनके पास मौजूद हथियार और गोला-बारूद की जानकारी भी कंट्रोल रूम को देगा.
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