कांग्रेस कार्यसमिति का नहीं होगा चुनाव, खरगे सदस्यों को मनोनित करने के लिए अधिकृत

सूत्रों के मुताबिक गांधी परिवार नए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फ्री हैंड देना चाहता है और किसी भी तरह से फैसलों को प्रभावित नहीं करना चाहता है. हालांकि, वे अन्य कॉन्क्लेव में भाग लेंगे.

कांग्रेस कार्यसमिति का नहीं होगा चुनाव, खरगे सदस्यों को मनोनित करने के लिए अधिकृत

कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों को मनोनित करने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अधिकृत होंगे.

नई दिल्ली:

कांग्रेस की संचालन समिति ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से फैसला किया कि कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों को मनोनित करने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अधिकृत होंगे. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी देते हुए बताया कि संचालन समिति की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला हुआ कि कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकार दिया जाए कि वह कार्य समिति के सदस्य नामित करें.

जयराम रमेश ने यह भी बताया कि हम कांग्रेस के संविधान में संशोधन ला रहे हैं, जिसके तहत कमजोर वर्गो, अनूसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्रतिनिधित्व सुरक्षित और सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान किया जाएगा.' कांग्रेस के संविधान में कार्य समिति का चुनाव कराने या फिर सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को नामित करने के लिए अध्यक्ष को अधिकृत करने का भी प्रावधान है.

चुनाव होने की स्थिति में सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 सदस्यों का चुनाव होता है और 11 सदस्यों को पार्टी अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाता है. कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल का नेता सीडब्ल्यूसी का स्वत: सदस्य होता है. इससे पहले खबर थी कि कांग्रेस के संचालन समिति की बैठक में गांधी परिवार शामिल नहीं होगा. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया था कि पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ के रायपुर में होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होंगे, जिसमें पार्टी के शीर्ष निकाय, सीडब्ल्यूसी के चुनावों पर चर्चा होगी.

सूत्रों के मुताबिक गांधी परिवार नए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फ्री हैंड देना चाहता है और किसी भी तरह से फैसलों को प्रभावित नहीं करना चाहता है. हालांकि, वे अन्य कॉन्क्लेव में भाग लेंगे, जो 2024 के राष्ट्रीय चुनावों के लिए विचार-मंथन की उम्मीद करता है. एक के बाद एक चुनावों में हार और बदलाव के लिए वर्षों की आंतरिक तकरार व नेताओं के पलायन के बाद, सोनिया गांधी ने अक्टूबर में 137 साल पुराने संगठन की बागडोर मल्लिकार्जुन खरगे को सौंप दिया था.

रायपुर में कांग्रेस का 85वां पूर्ण अधिवेशन हो रहा है. तीन दिवसीय अधिवेशन के दौरान 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए रोडमैप तैयार करने और समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गठबंधन की रणनीति को अंतिम रूप देने की उम्मीद है. इसमें कांग्रेस नेताओं के मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व का समर्थन करने और उनके नेतृत्व में एक नई कार्य समिति का मार्ग प्रशस्त करने की उम्मीद है. लगभग 15,000 प्रतिनिधि कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेंगे. 

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