- दिसंबर 2002 में पुतिन ने NDTV को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को लेकर चेताया था
- पुतिन ने कहा था कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार कहां हैं और भविष्य में उनका क्या होगा, ये पता लगाना चाहिए
- अल कायदा सरगना लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने के लेकर भी पुतिन ने 2002 में ही संकेत दे दिए थे
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दिल्ली दौरे पर आ चुके हैं. इस दौरे के बीच उनके 23 साल पहले NDTV को दिए इंटरव्यू के कुछ अंश अचानक चर्चा में आ गए हैं. दिसंबर 2002 में क्रेमलिन में इंटरव्यू में पुतिन ने NDTV से पाकिस्तान के परमाणु हथियारों, ओसामा बिन लादेन की पाकिस्तान में मौजूदगी और इराक में विनाशक हथियारों को लेकर जो बातें कही थीं, वो बाद में सच साबित हुई थीं.
इराक के विनाशक हथियारों पर क्या कहा था?
2002 में अमेरिका और सहयोगी देशों ने इराक पर हमला किया था. आरोप था कि सद्दाम हुसैन सामूहिक विनाश के हथियार (WMD) बना रहे हैं और छिपा रहे हैं. इस बारे में पुतिन ने NDTV से कहा था कि रूस अमेरिका के इस रुख का समर्थन करता है कि इराक के पास ऐसे हथियार नहीं होने चाहिए. लेकिन हमें दुनिया के अन्य हॉटबेड्स को भी नहीं भूलना चाहिए. उनका इशारा पाकिस्तान की तरफ था.
PAK को लेकर कही बात सच साबित हुई
पुतिन ने 2002 के इंटरव्यू में ही पाकिस्तान के घातक हथियारों को लेकर आगाह कर दिया था. उन्होंने कहा था कि दुनिया के कुछ और मुल्क हैं, जिनके बारे में हम इराक से कम चिंतित नहीं हैं. उन्होंने पाकिस्तान का नाम लेते हुए कहा था कि वहां सामूहिक विनाश के हथियारों का खतरा है. हमें यह पता लगाना चाहिए कि वे हथियार कहां हैं, उनकी स्थिति क्या है और भविष्य में उनका क्या होगा.
गौर करने की बात ये है कि पुतिन की यह आशंका ठीक 2 साल बाद सच साबित हुई, जब पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक एक्यू खान ने एक दशक से चल रहे गोपनीय परमाणु प्रसार नेटवर्क में अपनी भूमिका स्वीकार की थी. पुतिन ने इसके अलावा भारत के खिलाफ पाकिस्तान के लंबे समय से सरकारी स्तर पर आतंकवाद को शह दिए जाने को लेकर भी चिंता जताई थी.
लादेन पाकिस्तान में, ये भी संकेत दिए थे
अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने के लेकर भी पुतिन ने 2002 में ही संकेत दे दिए थे. NDTV ने इंटरव्यू में जब पुतिन से पूछा था कि क्या अमेरिका का मोस्ट वॉन्टेड आतंकी लादेन पाकिस्तान में छिपा हो सकता है, इस पर पुतिन ने कहा था कि यह पूरी तरह से संभव है. उनकी ये बात 2011 में उस समय सच साबित हुई, जब अमेरिकी नेवी सील्स के कमांडोज ने पाकिस्तान के एबटाबाद में लादेन को मार गिराया था.
भारत-चीन-रूस के रणनीतिक संबंधों पर
पुतिन ने भारत-चीन के बीच सीमा विवाद के बावजूद हमेशा तीनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध की बात की है. पुतिन ने इस बारे में कहा था कि रूस, भारत और चीन के बीच सहयोग काफी महत्वपूर्ण हैं. हालांकि उनका कहना था कि भारत-चीन को इस रिश्ते को धीरे-धीरे और तैयारी के साथ आगे बढ़ाना चाहिए.
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