धनबाद जिले के निरसा में सोमवार रात तीन खुली खानों में अवैध कोयला खनन के दौरान खान धसने से उसके मलबे में दबकर चार महिलाओं की मौत हो गई, जबकि दर्जन भर लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. पुलिस ने बताया कि बचाव दलों ने मंगलवार दोपहर तक मलबे से चार शव निकाले हैं और अभी दर्जन भर लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम घटनास्थल पर है तथा राहत और बचाव कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. पुलिस ने बताया कि पहली दुर्घटना ईसीएल की कापासाड़ा खान में कल शाम हुई. दूसरी दुर्घटना भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) की चाच विक्टोरिया खान में रात में हुई जबकि तीसरी दुर्घटना आज सुबह गोपीनाथपुर खान में हुई.
धनबाद ग्रामीण क्षेत्र की पुलिस अधीक्षक रेशमा ने बताया कि राहत बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन खानों में फंसे लोगों के बारे में फिलहाल ठीक-ठीक कुछ नहीं कहा जा सकता है क्योंकि तीनों खानें लंबे समय से खाली पड़ी थीं और वहां अवैध खनन किया जा रहा था.
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प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंगलवार सुबह दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. इस दौरान अवैध कोयला खनन कराने वाले माफिया ने लोगों को वहां से भगा दिया. घटना की सूचना मिलने के बाद ईस्टर्न कोल लिमिटेड (ईसीएल) की तरफ से पोकलेन मशीनों को भेजा गया था, लेकिन माफिया ने उन्हें भी काम नहीं करने दिया.
बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्य शुरू किया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीनों खानों में हुई दुर्घटना में अभी भी दर्जन भर से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है.
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अपुष्ट सूत्रों के अनुसार मलबे में दो से तीन दर्जन लोग भी दबे हो सकते हैं. चूंकि खदानों में अवैध खुदाई हो रही थी, लिहाजा जिन परिवारों के लोग लापता हैं अथवा खदानों में फंसे हुए हैं वह खुल कर सामने नहीं आ रहे हैं जिसके चलते उनकी सही संख्या का पता नहीं चल पा रहा है.
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