बीएसएफ जवान तेजबहादुर
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर में तैनात बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो सोशल मीडिया में आने बाद बीएसएफ ने सफाई दी है. जम्मू मे बीएसएफ के आईजी डीके उपाध्याय ने कहा कि ये एक संवेदनशील मामला है और मामले की जांच करने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.
आईजी ने इस बात को माना कि हो सकता है सर्दी होने की वजह खाना का स्वाद अच्छा ना हो लेकिन अब तक इसको छोड़कर किसी और ने शिकायत नहीं की है.
बीएसएफ के आईजी ने जवान के आरोप पर कुछ भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया और कहा कि फिलहाल मामले की जांच चल रही है और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बीएसएफ के राजौरी रेंज के डीआईजी ब्रिगेडियर मान से इस मामले की जांच को कहा गया है. जांच के दौरान जवान को लाइन ऑफ कंट्रोल से किसी और जगह शिफ्ट किया जाएगा.
आपको ये बता दें कि बीएसएफ के जवान ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार से गुहार लगाई है कि जवानों को खाने को खराब खाना दिया जाता है क्योंकि अफसर भ्रष्ट्राचार में लिप्त है. इससे पहले बीएसएफ ने प्रेस रिलीज कर अपना पक्ष रखा कि जवानों को बेहतर और अच्छा खाना ही खिलाया जाता है.
बीएसएफ के मुताबिक तेज बहादुर एक बार नहीं कई बार अनुशासन को तोड़ चुका है. इसे चार बार तो सजा तक मिल चुकी है. ये जवान अपने कंपनी कमांडर को थप्पड़ भी मार चुका है. वैसे भी सोशल मीडिया पर अपनी बात रखना भी एक तरह की अनुशासनहीनता है लेकिन बीएसएफ का कहना है ये मामला तो बाद में देखा जाएगा, लेकिन उसने जो आरोप लगाए हैं उसकी गंभीरता से जांच की जाएगी.
आईजी ने इस बात को माना कि हो सकता है सर्दी होने की वजह खाना का स्वाद अच्छा ना हो लेकिन अब तक इसको छोड़कर किसी और ने शिकायत नहीं की है.
बीएसएफ के आईजी ने जवान के आरोप पर कुछ भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया और कहा कि फिलहाल मामले की जांच चल रही है और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बीएसएफ के राजौरी रेंज के डीआईजी ब्रिगेडियर मान से इस मामले की जांच को कहा गया है. जांच के दौरान जवान को लाइन ऑफ कंट्रोल से किसी और जगह शिफ्ट किया जाएगा.
आपको ये बता दें कि बीएसएफ के जवान ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार से गुहार लगाई है कि जवानों को खाने को खराब खाना दिया जाता है क्योंकि अफसर भ्रष्ट्राचार में लिप्त है. इससे पहले बीएसएफ ने प्रेस रिलीज कर अपना पक्ष रखा कि जवानों को बेहतर और अच्छा खाना ही खिलाया जाता है.
बीएसएफ के मुताबिक तेज बहादुर एक बार नहीं कई बार अनुशासन को तोड़ चुका है. इसे चार बार तो सजा तक मिल चुकी है. ये जवान अपने कंपनी कमांडर को थप्पड़ भी मार चुका है. वैसे भी सोशल मीडिया पर अपनी बात रखना भी एक तरह की अनुशासनहीनता है लेकिन बीएसएफ का कहना है ये मामला तो बाद में देखा जाएगा, लेकिन उसने जो आरोप लगाए हैं उसकी गंभीरता से जांच की जाएगी.
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