मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना के वीडियो पर भारी आक्रोश के बाद 4 आरोपी गिरफ्तार

मई की शुरुआत में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया गया था. इन महिलाओं को भीड़ पुलिस सुरक्षा से खींचकर ले गई थी. कल वायरल हुए इस घटना के वीडियो को लेकर आक्रोश और दहशत का माहौल है.

देश भर में आक्रोश के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने गुरुवार शाम को कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के भयावह मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, राज्य पुलिस ने बताया कि दो अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है, जिससे कुल गिरफ्तारियों की संख्या चार हो गई है. राज्य पुलिस ने कहा कि कथित अपराधियों में से एक को गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. 32 वर्षीय व्यक्ति की पहचान हुइरेम हेरादास सिंह के रूप में हुई है, जिसे महिलाओं का वीडियो वायरल होने के बाद थौबल जिले से गिरफ्तार किया गया. वीडियो में हरे रंग की टी-शर्ट पहने व्यक्ति एक महिला को घसीटते हुए नजर आ रहा है.

अपराध और वीडियो के सामने आने के बीच भारी अंतर को देखते हुए पुलिस की व्यापक निंदा के बीच ये गिरफ्तारियां हुई हैं. मामला दर्ज होने के बाद से 70 से अधिक दिनों में बहुत कम कार्रवाई हुई है. 

मुख्यमंत्री ने कहा, "वीडियो देखने के बाद, हमने जघन्य अपराध की निंदा करने का निर्णय लिया और हम इसे मानवता के खिलाफ अपराध कहते हैं...आगे की जांच चल रही है और जो लोग इसमें शामिल हैं उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा और देश के कानून के अनुसार मामला दर्ज किया जाएगा." एन बीरेन सिंह ने घोषणा की है कि राज्य अपराधियों के लिए मृत्युदंड की मांग करेगा. 

उन्होंने कहा, "मैं अपील करना चाहता हूं कि महिलाओं, बहनों और बुजुर्गों के खिलाफ यह आखिरी अपराध होना चाहिए। हमें अपनी बहनों, माताओं और बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए."

गुरुवार शाम को स्थानीय लोगों ने ह्यूरिम हेरादास सिंह के घर में आग लगा दी. इस घटनाक्रम का क्षेत्र की महिलाओं ने भी विरोध किया है. स्थानीय महिलाओं में से एक ने कहा, "वायरल वीडियो में लोगों ने जो किया है, वो बेहद निंदनीय है. सभी माताएं और महिलाएं जाति और समुदाय की परवाह किए बिना किसी के भी साथ किए गए ऐसे कृत्यों के खिलाफ हैं, चाहे वह कुकी, मेइतेई या फिर मुस्लिम हों. महिलाओं को अपमानित करने वाले ऐसे कृत्यों की हम कड़ी निंदा करती हैं। मौजूदा सरकार को इस तरह के कृत्य को रोकने के लिए कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए, ताकि ये दूसरे लोगों के लिए सबक बने."

ये भी पढ़ें :- 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com