उत्तर प्रदेश के नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के पहले फेज का काम 2024 के दिसंबर महीने तक पूरा होने की उम्मीद है. यहां 3.9 किलोमीटर का रनवे बनकर तैयार हो चुका है. एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग का ढांचा भी खड़ा कर दिया गया है. नोएडा में बन रहे नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की पहली उड़ान कब से शुरू होगी. इसकी तारीख भी सामने आ गई है.
नोएडा के जेवर में बन रहे हवाई अड्डे के बन जाने से क्या होगा फायदा और कब से आप नए हवाई अड्डे से विमान सेवा ले सकेंगे. इसके बारे में हम आज आपको बताएंगे. इस हवाई अड्डे को अगले साल अप्रैल महीने में शुरू कर दिया जाएगा. जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की शुरुआत की खासियत ये होगी कि यहां अगले साल 17 अप्रैल से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा का परिचालन भी शुरू कर दिया जाएगा. आम तौर पर हवाई अड्डों पर पहले घरेलू उड़ानें शुरू की जाती हैं और बाद में इंटरनेशनल. लेकिन यहां ऐसा नहीं होगा.
जेवर एयरपोर्ट को लेकर बड़ा अपडेट
- एयरपोर्ट की शुरुआत 17 अप्रैल 2025 से होगी]
- टिकटों की बुकिंग फरवरी से शुरू हो जाएगी
- अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा का टिकट 90 दिन पहले किए जा सकेंगे
- घरेलू विमान सेवा के टिकट डेढ़ महीने पहले बुक किए जा सकेंगे
- ट्रायल नवम्बर के आख़िरी हफ्ते और दिसंबर के पहले हफ़्ते में होंगे
- शुरुआत में एक दिन में 60 से ज़्यादा विमानों की आवाजाही हो सकेगी
नोएडा एयरपोर्ट शुरू हो जाने से ना सिर्फ नोएडा, बल्कि गाजियाबाद में रहने वाले लोगों को भी सहूलियत होगी. दिल्ली के एक हिस्से के यात्रियों के लिए भी एयरपोर्ट पहुंचना आसान हो जाएगा. इसके अलावा दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भार भी काफी घट जाएगा.
आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस होगा यह एयरपोर्ट
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट को पूरी तरह से डिजिटल एयरपोर्ट बनाया जाएगा. इसमें इनडोर नेविगेशन, पैसेंजर फ्लोर मैनेजमेंट, स्मार्टफोन द्वारा चेक इन, बैगेज ड्रॉप और सभी चेकप्वाइंट पर डिजिटल प्रोसेसिंग जैसे टेक्नोलॉजीज का इस्तेमाल किया जा रहा है.
जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 नवम्बर 2021 को हुआ था. रिकॉर्ड समय में इस एयरपोर्ट को बनाने का लक्ष्य रखा गया था. इस एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद यूपी देश का पहला पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला राज्य बन जाएगा. जाहिर है इससे यात्रियों को तो फायदा होगा ही, यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने में भी बड़ी मदद मिल सकती है.
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का उत्तर प्रदेश सरकार से 40 साल के लिए कॉन्सेशन समझौता हुआ है. यह करार 1 अक्टूबर 2021 से शुरू हुआ है. एयरपोर्ट का प्रथम चरण 1,334 हेक्टेयर में फैला है. सबसे बड़ी बात है कि हवाई अड्डे पर भारतीय संस्कृति को दर्शाने का सबसे ज्यादा प्रयास किया गया है. खास तौर से उत्तर प्रदेश की संस्कृति को आगे रखते हुए इसके मुख्य द्वार को बनारस के घाट के तर्ज पर डिजाइन किया गया है.
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