आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी क्षेत्र में भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) की एक पाइपलाइन में धमाके के चलते लगी आग से 15 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं सूत्रों ने बताया कि सारी रात यहां गैस लीक करती है और जैसे ही एक चाय बेचले वाले अपना स्टोव जलाया, वैसे ही वहां तेज धमाका हुआ। वहीं एक चश्मदीद ने भी ऐसा ही बातें बताई और कहा कि इस धमाके में आधे किलोमीटर का पूरा क्षेत्र झुलस गया।
हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोलियम मंत्री से बात की है। उन्होंने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
प्रधानमंत्री राहत कोष से मुआवजे का ऐलान किया गया है। मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह पेट्रोलियम मंत्रालय और गेल की ओर से दी जाने वाली सहायता के अतिरिक्त दी जा रही है।
जिला कलेक्टर नीतू कुमारी ने कहा, आग पर नियंत्रण पा लिया गया है और राहत कार्य जारी है। विस्फोट हैदराबाद से करीब 560 किलोमीटर दूर अमालपुरम मंडल के नागराम गांव में सुबह के समय हुआ। जिला कलेक्टर ने बताया कि सभी घायलों को नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गेल के अध्यक्ष बीसी त्रिपाठी ने बताया कि आग ओएनजीसी रिफाइनरी परिसर के नजदीक स्थित कंपनी की 18 इंच की एक पाइपलाइन में लगी। उन्होंने कहा, हादसे के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। फिलहाल हमारा ध्यान राहत एवं बचाव कार्य पर केंद्रित है।
(इनपुट भाषा से भी)
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