केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Public Sector Banks) से वैश्विक बैंकिंग क्षेत्र (Global Banking Sector) में मची उथल-पुथल के बीच विभिन्न वित्तीय स्वास्थ्य मापदंडों का आकलन करने के लिए कहा है. वित्त मंत्री ने शनिवार को नई दिल्ली में सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा कि उधारदाताओं को जोखिम को लेकर विभिन्न बिंदुओं की पहचान करने के लिए कहा गया है.
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, बैठक से पहले सरकार ने इन बैंकों के बॉन्ड पोर्टफोलियो का ब्योरा मांगा था.
वित्त मंत्री ने बैंकरों से कहा कि बैंकों को किसी भी संभावित वित्तीय झटके से खुद को सुरक्षित रखना चाहिए.
बयान में कहा, सभी प्रमुख वित्तीय मापदंड स्थिर और लचीले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का संकेत देते हैं."
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने इस सप्ताह कहा कि भारतीय ऋणदाता अमेरिकी बैंकिंग उथल-पुथल से निकलने वाले किसी भी संभावित संक्रामक प्रभाव को सहन करने में सक्षम हैं.
रेटिंग एजेंसी ने कहा, "मजबूत फंडिंग प्रोफाइल, उच्च बचत दर और सरकारी समर्थन उन कारकों में से हैं जो हमारे द्वारा रेट किए जाने वाले वित्तीय संस्थानों को मजबूत करते हैं."
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