देश से बाहर 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के ड्रग्स की तस्करी के आरोप में पुलिस ने एक फिल्म निर्माता को गिरफ्तार किया गया है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने शनिवार को कहा कि दक्षिण के फिल्म इंडस्ट्री में काम कर चुके डीएमके के पूर्व पदाधिकारी जाफर सादिक को चार महीने की तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया.
NCB ने सादिक को भारत-ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड ड्रग्स तस्करी नेटवर्क का "किंगपिन" भी बताया है. NCB के अनुसार सादिक पर आरोप है कि उसने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2,000 करोड़ रुपये की दवाओं की तस्करी की है. एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने 45 से अधिक बार 3,500 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन विदेश भेजा है. बता दें कि सादिक ने अब तक चार फिल्में बनाई हैं और उनकी आखिरी फिल्म इसी महीने रिलीज होने वाली है.
अधिकारियों ने सादिक की गिरफ्तारी मदुरई में दो रेल यात्रियों और चेन्नई में एक डंप यार्ड से 180 करोड़ रुपये मूल्य की मेथामफेटामाइन जब्त करने के एक हफ्ते बाद की है. जांच में पता चला है कि ये ड्रग्स श्रीलंका में तस्करी के लिए थीं. अधिकारियों ने कहा कि 29 फरवरी को पैसेंजर कपल से कुल 36 किलोग्राम और चेन्नई के कोडुंगैयुर डंप यार्ड से 6 किलोग्राम जब्त किया गया था. बरामदगी के बाद दंपति को हिरासत में लिया गया.
पहले राजस्व खुफिया निदेशालय ने कहा था कि मेथमफेटामाइन, जिसे "आइस" या "क्रिस्टल मेथ" के रूप में भी जाना जाता है, एक अत्यधिक नशे की लत वाली साइकोस्टिमुलेंट ड्रग्स है, जो कोकीन के समान शक्तिशाली उत्साहजनक प्रभाव प्रदर्शित करती है और इसके जीवन-घातक परिणाम होते हैं.ड्रग्स पकड़े जाने के बाद भाजपा के राज्य प्रमुख के अन्नामलाई ने सत्तारूढ़ द्रमुक पर हमला बोला था और कहा था कि तमिलनाडु भारत की नशीली दवाओं की राजधानी बन गया है.
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ड्रग सरगना और डीएमके पदाधिकारी जाफर सादिक फरार था. एनसीबी डीएमके पदाधिकारियों के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर रही थी. तमिलनाडु के रास्ते में ₹ 1,200 करोड़ की कीमत का माल गुजरात के तट से पकड़ा गया, और आज राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा मदुरै में परिवहन के दौरान 30 किलोग्राम मेथामफेटामाइन पकड़ा.
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