लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) में नॉर्थ - ईस्ट दिल्ली से कांग्रेस के प्रत्याशी कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वो कहते दिख रहे हैं ''हमारा इतिहास यहां से जुड़ा हुआ है हम सारे के सारे लोग अरब से चलकर नहीं आए हैं. हम यहीं पर पले हैं बढ़े हैं. जो पुराने धर्म थे जिसमें छुआछूत थी, उसी की वजह से लोगों ने इस धर्म को अपनाया है. क्योंकि ये शांति की बात करता है बराबरी की बात करता है. मस्जिद में ऊंच नीच नहीं होता है, इस आधार हम इस धर्म को अपनाए हैं. इसको छोड़कर हम कहीं नहीं जाएंगे. हम खुद को भी बचाएंगे और अपनी कौम को बचाते हुए इस देश को भी बचाएंगे, ये हमारी बुनियादी क्षमता है. अल्लाह के पास बहुत ताकत है''
दावा : वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कन्हैया कुमार ने इस्लाम धर्म अपना लिया है.
यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां, यहां और यहां देखें.
क्या ये सच है ? : ये दावा सच नहीं है. वायरल वीडियो का अधूरा हिस्सा गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है. पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि कन्हैया कुमार इसमें देश के पहले शिक्षा मंत्री मोलाना अबुल कलाम आज़ाद के एक भाषण का हिस्सा लोगों को सुना रहे हैं. लेकिन, वीडियो से कुछ हिस्सों को ये दावा करने के लिए एडिट कर दिया गया कि ये बात कन्हैया खुद की राय के तौर पर कह रहे हैं.
दूसरे हिस्से में कन्हैया कुमार मुस्लिम समुदाय से कहते दिख रहे हैं कि कोई धर्म का रहबर बने तो उसे कहें हमें आपकी जरूरत नहीं ''हमारे अल्लाह में बहुत ताकत है.''
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने वायरल हो रहे वीडियो का लंबा वर्जन सर्च करना शुरू किया, जिससे कि कन्हैया की बात के पूरे संदर्भ को समझा जा सके. One Channel नाम के यूट्यूब चैनल पर ये पूरा वीडियो मिला. हमें पता चला कि पूरे वीडियो से कन्हैया की कही जा रहे बातों के दो अलग - अलग हिस्सों को जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
वीडियो के टाइटल और डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि यहां कन्हैया मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों के सवालों के जवाब दे रहे हैं.
11:50 मिनट पर कन्हैया कहते हैं
देश के पहले शिक्षा मंत्री मोलाना अबुल कलाम आज़ाद ने जामा मस्जिद की सीढ़ी से तकरीर की और कहा कि ये देश हम सबका है. किसी के कहने पर हम कहीं नहीं चले जाएंगे. इस मुल्क की मिट्टी में हमारा भी खून पसीना है. हमारा इतिहास यहां से जुड़ा हुआ है. हम सारे के सारे लोग अरब से चलकर के यहां नहीं आए हैं. हम यहीं पे पले हैं बढ़े हैं, और उस धर्म की जो खासियत थी. और जो पुराने धर्म थे जिसमें छुआछूत था. उसकी वजह से छोड़कर लोगों ने इस धर्म को अपनाया है. क्योंकि ये पीस की बात करता है. बराबरी की बात करता है. मस्जिद में ऊंच नीच नहीं होता है, इस आधार हम इस धर्म को अपनाए हैं. इसको छोड़कर हम कहीं नहीं जाएंगे.
-कन्हैया कुमार
इसके बाद कन्हैया आगे कहते हैं ''और इसी वजह से मुसलमानों ने इस देश में रुकने का फैसला लिया था. इतिहास में आपको याद दिला रहा हूं. इस देश का जब बंटवारा हो रहा था. तो एक तरफ हिंदू महासभा के सावरकर कह रहे थे कि इस देश को दो हिस्सों में बांट देना चाहिए. दूसरी तरफ मुस्लिम लीग के मोहम्मद अली जिन्नाह कह रहे थे कि इस देश को दो हिस्सों में बांट देना चाहिए. और दोनों को अपने - अपने धर्म से कोई लेना देना नहीं था. दोनों अपनी अपनी राजनीति कर रहे थे. अपनी राजनीति की दुकान चला रहे थे''
वायरल वीडियो के आखिर में कन्हैया को ये कहते हुए भी सुना जा सकता है कि ''अल्लाह में बहुत ताकत है.'' ये हिस्सा भी बिना संदर्भ के एडिट किया गया है.
वीडियो में 15 मिनट पर कन्हैया कहते हैं.
कोई भी कौम का रहबर बनकर आए और कहे कि हम धर्म बचाएंगे. तो उनको भी आप बराबर जवाब दीजिए और कहिए कि हमारे अल्लाह के पास बहुत ताकत है. अल्लाह ताला हमारी रक्षा करेगा. हमको धर्म बचाने वाला नहीं चाहिए. हमको वो चाहिए, जो हमारी तालीम की बात कर सके.
-कन्हैया कुमार
इस हिस्से से एक लाइन को निकालकर वीडियो को गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है.
निष्कर्ष : कन्हैया कुमार के एक लंबे वीडियो से कुछ अलग - अलग हिस्सों को जोड़कर गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है. फिर दावा किया जा रहा है कि कन्हैया ने इस्लाम धर्म अपना लिया है.
यह ख़बर मूल रूप से thequint.com द्वारा प्रकाशित की गई थी, और इसे शक्ति कलेक्टिव के अंतर्गत NDTV ने पुनर्प्रकाशित किया है.
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