Farmers' Protests: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर किसान संगठनों में से कई किसान संगठनों ने सोशल मीडिया पर अपना अकाउंट बनाया है. रविवार की शाम फेसबुक ने 7 लाख से अधिक फॉलोअर्स वाले किसान एकता मोर्चा के पेज को ब्लॉक कर दिया था. संगठन का आरोप था कि उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी उनके कंटेंट पोस्ट करने पर रोक लगा दी गई थी. अब फेसबुक ने इसकी वजह दी है.
सोमवार को फेसबुक की प्रवक्ता की ओर से एक बयान जारी कर कहा कि 'हमारी समीक्षा में सामने आया है कि हमारे ऑटोमेटेड सिस्टम को www.facebook.com/kisanektamorcha फेसबुक पेज पर बहुत तेजी से गतिविधि बढ़ी हुई दिखाई दी, जिसके बाद सिस्टम ने पेज को स्पैम कर दिया, जोकि हमारी कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करता है. जब हमें पूरा मामला पता चला तो हमने पेज को तीन घंटों के अंदर रीस्टोर कर दिया. रिव्यू में दिखा है कि ऑटोमेटड सिस्टम ने बस फेसबुक पेज को ब्लॉक किया था, बल्कि इंस्टाग्राम अकाउंट प्रभावित नहीं हुआ था.'
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प्रवक्ता ने बताया कि 'स्पैम के खिलाफ हमारा काम अधिकतर ऑटोमेटकिली होता है, इसकी पहचान बिहेवियर पैटर्न को देखकर की जाती है. उदाहरण के लिए, अगर कोई अकाउंट बहुत जल्दी-जल्दी एक के बाद एक पोस्टिंग करता रहता है तो यह आमतौर पर दिखाता है कि कुछ तो गलत है. हालांकि, जहां मानवीय परिस्थिति समझने की जरूरत होती है, वहां हमारी ह्यूमन रिव्यू टीम काम करती है.'
बता दें कि रविवार की शाम सात बजे के आसपास किसान एकता मोर्चा के एक फेसबुक लाइव के प्रसारण को रोक दिया गया था, फिर उनका पेज भी ब्लॉक हो गया. संगठन ने आरोप लगाया कि उनके सोशल मीडिया की पहुंच पर नियंत्रण करने की कोशिश की जा रही है, इसके साथ ही एक बार फिर देश में फेसबुक की भूमिका और ऑनलाइन सेंसरशिप की बहस खड़ी हो गई.
Video: 3 घंटे बंद रहने के बाद शुरू हुआ किसान एकता मोर्चा का फेसबुक पेज
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