तमिलनाडु के नीलगिरी हिल्स में बुधवार को दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसा हुआ, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की जान चली गई. एनडीटीवी के संवाददाता निहाल किदवई घटनास्थल पर पहुंचे और इस दौरान उन्होंने हादसे के दौरान घटनास्थल के पास मौजूद प्रत्यक्षदर्शी से बातचीत की. शिव कुमार एक ठेकेदार हैं और जब हेलीकॉप्टर बुधवार दोपहर नीलगिरी में कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ उस समय वह अपने भाई से मिलने जा रहे थे. वह एक चाय बागान में काम करते हैं. शिव कुमार का दावा है कि उन्होंने वायु सेना के हेलिकॉप्टर को गिरते और आग की लपटों में फूटते देखा. वह और अन्य लोग मौके पर भी पहुंचे थे.
शिव कुमार ने एनडीटीवी को बताया कि हमने तीन लोगों को गिरते देखा. उनमें एक आदमी जीवित था. उसने पानी मांगा. हमने उसे एक चादर में खींच लिया और उन्हें बचाव दल के लोग ले गए. वह कहते हैं कि तीन घंटे बाद किसी ने उन्हें उन्हें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की एक तस्वीर दिखाई और बताया कि जिस व्यक्ति से उन्होंने बात की वे जनरल बिपिन रावत थे.
शिव कुमार ने आंसू बहाते हुए कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि इस आदमी ने देश के लिए इतना कुछ किया और उन्हें पानी भी नहीं दे पाया. मैं पूरी रात सो नहीं पाया." कथिततौर पर अस्पताल ले जाते समय जनरल बिपिन रावत की मौत हुई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं.
बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर आज दिल्ली लाया जाएगा . शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार होगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद के दोनों सदनों में जनरल बिपिन रावत और बाकी सैनिकों के निधन पर बयान दिया. रक्षा मंत्री ने कहा कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा पूरे सैन्य सम्मान के साथ सबका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बाद में दोनों सदनों में मौन रखकर दिवंगत सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई.
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