- दिल्ली सरकार ने अटल कैंटीन योजना शुरू की है ताकि राजधानी दिल्ली में कोई भी व्यक्ति रात को भूखा न सोए।
- अटल कैंटीन में पौष्टिक भोजन वाली एक थाली मात्र 5 रुपये में उपलब्ध कराई जाएगी. दिन में 2 बार भोजन मिलेगा
- दिल्ली में जगह-जगह कुल 100 अटल कैंटीन खोली जाएंगी, जिनमें पहले चरण में 45 कैंटीन शुरू की गई हैं.
तपती धूप हो या फिर कड़कड़ाती ठंड, दिल्ली की सड़कों पर लाखों लोग दिन भर पसीना बहाते हैं, लेकिन उनके लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना किसी संघर्ष से कम नहीं होता. अब दिल्ली सरकार ने अटल कैंटीन के रूप में ऐसा कदम उठाया है, जिसका मकसद है कि कोई भी रात को खाली पेट न सोए. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर 100 अटल कैंटीन का तोहफा दिया है. आइए सवाल-जवाब में जानते हैं इस योजना से जुड़ी हर अहम बात.
अटल कैंटीन योजना आखिर है क्या?
यह दिल्ली सरकार की एक महत्वाकांक्षी खाद्य सुरक्षा योजना है. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा चालकों, कम आय वाले परिवारों और अन्य जरूरतमंदों को बेहद सस्ती दरों पर सम्मान के साथ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है. इसका लक्ष्य यह है कि दिल्ली में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए.

एक थाली कितने में मिलेगी, सरकार कितनी सब्सिडी देगी?
अटल कैंटीन में एक थाली महज 5 रुपये में उपलब्ध कराई जाएगी. सीएम रेखा गुप्ता ने बताया कि इस भोजन की वास्तविक लागत लगभग 30 रुपये है, जिसमें दिल्ली सरकार 25 रुपये प्रति प्लेट की सब्सिडी देगी.
दिल्ली में कुल कितनी अटल कैंटीन खोली जा रही हैं?
दिल्ली में कुल 100 अटल कैंटीन खोलने का लक्ष्य है. पहले चरण में गुरुवार को 45 कैंटीन का उद्घाटन किया गया है. बाकी 55 कैंटीन अगले 15-20 दिनों के भीतर शुरू करने की बात कही गई है.
Full, wholesome meal for just ₹5 at Atal Canteen
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) December 25, 2025
🔹 Clean and hygienic kitchens
🔹 Affordable for every worker and citizen
🔹 Every plate served with dignity and respect
🔹 45 Atal Canteens inaugurated today across Delhi, 55 more coming up soon
A Delhi Government initiative… pic.twitter.com/66FCqtJxXv
कैंटीन में किस टाइम भोजन मिलेगा?
हर कैंटीन में दिन में दो बार भोजन परोसा जाएगा-
दोपहर का भोजन - सुबह 11:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक मिलेगा.
रात का खाना - शाम 6:30 बजे से रात 9:00 बजे तक उपलब्ध कराया जाएगा.
कितने लोगों को खाना मिल सकेगा?
आधिकारिक बयान में बताया गया है कि हर अटल कैंटीन रोजाना लगभग 1,000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराएगी, जिससे पूरे दिल्ली में प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे.
कैंटीन में भ्रष्टाचार रोकने के क्या इंतजाम होंगे?
अटल कैंटीन योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए डिजिटल टेक्नोलोजी का इस्तेमाल किया जाएगा. भोजन के लिए डिजिटल टोकन मिलेंगे, मैन्युअल कूपन नहीं दिए जाएंगे. सभी कैंटीनों में CCTV कैमरे लगे होंगे. दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (DUSIB) के प्लेटफॉर्म से कैंटीनों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी.
ये कैंटीन कहां-कहां पर खुली हैं?

अटल कैंटीन का संचालन कौन करेगा?
ये कैंटीन चलाने की जिम्मेदारी स्थानीय समूहों और महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को दी जाएगी. इससे न सिर्फ गरीबों को सस्ता खाना मिलेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा हो सकेंगे. दिल्ली सरकार ने इस योजना को चलाने और मैनेज करने के लिए 104.24 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है.
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