
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में 2020 की तुलना में 2025 में 31 फीसदी कम पैसे खर्च किए. वहीं कांग्रेस ने 2020 की तुलना में 67 फीसदी अधिक खर्च किया. लेकिन उसका प्रदर्शन 2020 जैसा ही रहा. उसे कोई सीट नहीं मिली.वहीं इस चुनाव के बाद दिल्ली में सरकार बनाने वाली बीजेपी ने अपने खर्च का पूरा ब्यौरा चुनाव आयोग को नहीं दिया है.
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में कितना खर्च किया
दिल्ली में इस साल के शुरू में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को लगातार तीसरी बार सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिलीं. उसे बीजेपी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीत कर पिछले छह चुनावों का सूखा समाप्त किया.आम आदमी पार्टी केवल 22 सीटें ही जीत पाई थी. वहीं कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता नहीं खोल पाई. चुनाव आयोग के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने 14.51 करोड़ रुपये खर्च किए. उसने 2020 के चुनाव में 21.06 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने चुनाव प्रचार पर 12.12 करोड़ रुपये खर्च किए. इसमें से पाच करोड़ रुपये मीडिया में प्रचार, फोन कॉल्स,एसएमएस और गूगल पर विज्ञापन देने पर खर्च किए. इसके अलावा दो करोड़ 39 लाख रुपये उम्मीदवारों पर खर्च किए गए. पार्टी ने यह भी बताया है कि चुनाव के दौरान उसे 16.09 करोड़ रुपये का चंदा मिला. उसके बैंक में अभी नौ करोड़ 96 लाख रुपये पड़े हुए हैं.
कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव में कितना खर्च किया
दिल्ली में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी के उलट कांग्रेस ने इस चुनाव में 46.18 करोड़ रुपये खर्च किए. कांग्रेस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उसने 2020 के चुनाव में 27.68 करोड़ रुपये खर्च किए थे. कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान पर 40.13 करोड़ रुपये खर्च किए. उसने 6.05 करोड़ रुपये उम्मीदवारों पर खर्च किए, इसमें सोशल मीडिया अभियान का खर्च भी शामिल है. कांग्रेस ने विज्ञापनों पर 17.78 करोड़ रुपये खर्च किए. इसमें से 2.28 करोड़ रुपये के विज्ञापन एसोशिएटेड जर्नल लिमिटेड को दिए गए. यह समूह ही दी नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करता है. इससे गांधी परिवार जुड़ा हुआ है. चुनाव के दौरान कांग्रेस को 64.31 करोड़ रुपये का चंदा मिला. उसके बैंक खातों में 53.66 करोड़ रुपये पड़े हुए हैं.
वहीं बीजेपी ने अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव में हुए खर्च का पूरा ब्यौरा नहीं दिया है. उसने आंशिक जानकारी चुनाव आयोग को उपलब्ध कराई है. इसमें उसने अपने उम्मीदवारों को दिए गए पैसों का हिसाब-किताब दिया है. इसके मुताबिक बीजेपी ने अपने सभी 68 उम्मीदवारों को 25-25 लाख रुपये दिए. इस तरह उसने अपने उम्मीदवरों पर 17 करोड़ रुपये खर्च किए.
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