हरियाणा और जम्मू कश्मीर में किसकी सरकार बनेगी यह तो 8 अक्टूबर को EVM खुलने पर ही साफ होगा, लेकिन विभिन्न EXIT POLL ने मतदान खत्म होते ही अपनी भविष्यवाणी कर दी है. एग्जिट पोल्स के मुताबिक हरियाणा में कांग्रेस की भयंकर आंधी में पिछले 10 साल से सत्तारूढ़ बीजेपी उड़ती दिखाई दे रही है. वहीं जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस की जोड़ी को बढ़त जरूर है, लेकिन सीन में थोड़ा सस्पेंस है. दोनों बहुमत के आकंड़े 46 से कुछ पीछे दिखाई दे रहे हैं. बीजेपी के लिए जम्मू कश्मीर में सरकार बनाना असंभव सा लग रहा है. अगर वह महबूबा की पीडीपी और निर्दलीयों को मिला ले तो कुछ समीकरण बन सकता है, लेकिन इस बार बीजेपी और पीडीपी की उस पुरानी दोस्ती में कई नए मोड़ आ चुके हैं.
बीजेपी के हैट-ट्रिक के अरमान अधूरे: EXIT POLLS के नतीजों को देखते हुए लग रहा है कि हरियाणा में बीजेपी हैट-ट्रिक लगाने से चूक जाएगी. वहां कांग्रेस वापसी करती नजर आ रही है. इसकी भविष्यवाणी एग्जिट पोल कर रहे हैं. हरियाणा में शनिवार को 90 सीटों के लिए मतदान हुआ. चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में 61.32 पर्सेंट वोटिंग हुई थी. जानिए हरियाणा में एग्जिट पोल किसे कितनी सीटें दे रहे हैं...
एजेंसी | बीजेपी | कांग्रेस | जजपा-एएसपी | इनेलो-बसपा | आप | अन्य |
पोल्स आफ पोल | 20-32 | 49-61 | 0 | 3-5 | ||
इंडिया टुडे-C वोटर | 20-28 | 50-58 | 0 | 0 | 0 | 10-14 |
ध्रुव रिसर्च | 22-32 | 50-64 | 0 | 0 | 2-8 | |
दैनिक भास्कर | 15-29 | 44-54 | 01 | 1-5 | 0-1 | 4-9 |
न्यूज 18 | 24 | 58 | 2 | 2 | 0 | 4 |
रिपब्लिक भारत | 21 | 59 | 2 | 4 | 0 | 4 |
न्यूज 24 | ||||||
जी न्यूज | ||||||
टाइम्स नाउ नवभारत | ||||||
जम्मू कश्मीर चुनाव में बाजी किसके हाथ
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में करीब 10 साल बाद कराए गए विधानसभा चुनाव में कुल 63.88 फीसद मतदाताओं ने मतदान किया.इसमें 64.68 फीसदी पुरुषों और 63.04 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया.जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में मतदान कराया गया. इससे पहले लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में 58.58 फीसद लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.जम्मू कश्मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर,दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे और अंतिम चरण का मतदान 1 अक्टूबर को कराया गया था. मतगणना आठ अक्टूबर को कराई जाएगी.
हरियाणा के चुनाव में बाजी किसके हाथ
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं.इस बार के विधानसभा चुनाव में वहां तीन गठबंधन चुनाव मैदान में हैं.बीजेपी और आम आदमी पार्टी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.कांग्रेस 90 में से 89 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.उसने भिवानी सीट अपनी गठबंधन सहयोगी माकपा को दी है.जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने दलित नेता चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी से गठबंधन किया है.जजपा 70 और एएसपी 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.वहीं राज्य में कई बार सरकार चला चुके इंडियन नेशनल लोकदल ने बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन किया है.इसके तहत इनेलो 53 और बसपा 37 सीटों पर चुनाल लड़ रही है.
कैसी है जम्मू कश्मीर चुनाव की राजनीति
जम्मू कश्मीर का विधानसभा चुनाव इस बार कई मायनों में असाधारण था. राज्य में 10 साल बाद विधानसभा के चुनाव कराए गए. इस बार परिसीमन के बाद जम्मू कश्मीर का विधानसभा की 90 सीटों पर चुनाव कराए गए. यह चुनाव जम्मू कश्मीर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख नाम के दो केंद्र शासित राज्यों में बांटने के बाद ये चुनाव कराए गए. इस बार के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और माकपा मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं बीजेपी कश्मीर घाटी की 47 सीटों में से केवल 19 पर ही चुनाव लड़ी रही है. उसने 28 सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं खडे किए हैं. वहीं जम्मू की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इनके अलावा रशीद इंजीनियर की पार्टी करीब 40 सीटों पर चुनाव मैदान में है. वहीं प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी की ओर से समर्थित नौ उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
जम्मू कश्मीर का EXIT POLL: किसे कितनी सीटें
टीवी चैनल | बीजेपी | कांग्रेस-नेकां | पीडीपी | अन्य |
पोल्स आफ पोल | ||||
आज तक | 27-32 | 40-48 | 6-12 | 6-11 |
दैनिक भास्कर | 20-25 | 35-40 | 4-7 | 12-16 |
एबीपी | ||||
पीपुल्स पल्स | 23-27 | 46-50 | 6-12 | 6-11 |
जी न्यूज | ||||
इंडिया टुडे | 27-32 | 40-48 | 6-12 | 6-11 |
न्यूज 18 | 26 | 40 | 7 | 17 |
रिपब्लिक भारत | ||||
टाइम्स नाउ | ||||
टाइम्स नाउ नवभारत |
क्या होता है एग्जिट पोल
एग्जिट पोल करने वाली एजंसियां उन मतदाताओं से राय लेती हैं, जो मतदान करने के बाद बूथ से बाहर आते हैं. उनसे मिली राय का गणितिय आकलन किया जाता है.एग्जिट पोल आपको केवल मतदाताओं की भावनाओं की जानकारी देते हैं, जरूरू नहीं है कि एग्जिट पोल चुनाव परिणाम में तब्दील हो जाएं.एग्जिट पोल की विश्वसनीयता मुख्य रूप से दो कारणों पर निर्भर है, पहला सैंपल साइज और दूसरा मतदाता की ईमानदारी. सैंपल साइज का बड़ा होने का मतलब जितने अधिक लोगों से राय ली जाएगी, राय उतनी ही अच्छे से सामने आएगा. वहीं अगर मतदाता सही जानकारी देगी तो सटीक अनुमान लगा पाना संभव होता है.एग्जिट पोल से इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि किसी राज्य में किस पार्टी या गठबंधन की सरकार बनने की संभावना है.
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