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ईडी का फर्जी बैंक गारंटी रैकेट पर शिकंजा, अनिल अंबानी के यहां छापेमारी में मिले थे सबूत

ईडी ने फर्जी बैंक गारंटी रैकेट पर शिकंजा कसा है. अनिल अंबानी के यहां छापेमारी में इसके सबूत मिले थे और इस पर कार्रवाई बढ़ाई गई है.

ईडी का फर्जी बैंक गारंटी रैकेट पर शिकंजा, अनिल अंबानी के यहां छापेमारी में मिले थे सबूत
ED Raid
  • प्रवर्तन निदेशालय ने फेक बैंक लोन रैकेट केस में की है बड़ी कार्रवाई
  • कई ठिकानों ने प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी की
  • यह कार्रवाई ईओडब्ल्यू दिल्ली द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर हुई
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फर्जी बैंक गारंटी रैकेट पर शिकंजा कसा है. इसको लेकर ओडिशा से लेकर कोलकाता तक छापेमारी शुक्रवार को की गई. इसमें करोड़ों के लेनदेन की जांच हो रही है. अनिल अंबानी के यहां छापेमारी के दौरान इस रैकेट से जुड़े सबूत मिले थे. प्रवर्तन निदेशालय ने फेक बैंक गारंटी रैकेट की जांच में बड़ी कार्रवाई करते हुए ओडिशा और कोलकाता में कुल 4 ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई ईओडब्ल्यू दिल्ली द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर हुई.अब ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर कार्रवाई की है. PMLA के तहत ये कार्रवाई की गई है. भुवनेश्वर में बिस्वाल ट्रेडलिंक (Biswal Tradelink) और उसके निदेशकों से जुड़े तीन ठिकानों पर कार्रवाई की है. कोलकाता में एक सहयोगी ऑपरेटर के ठिकाने पर छापे पड़े हैं. 

कहां और किस पर शिकंजा....

1. Biswal Tradelink Pvt. Ltd. (ओडिशा स्थित), इसके निदेशक और सहयोगी कमीशन के तौर पर 8% लेकर फर्जी बैंक गारंटी जारी करने में शामिल पाए गए हैं.
2. शुरुआती जांच में यह भी पाया गया है कि ये ग्रुप फर्जी बिलिंग भी करता रहा है.
3. कई अघोषित बैंक खातों का पता चला है जिनमें करोड़ों रुपए के  लेनदेन दर्ज हैं.
4. यह कंपनी केवल कागज़ों पर मौजूद पाई गई है। इसका रजिस्टर्ड ऑफिस एक रिहायशी संपत्ति है जो निदेशक के रिश्तेदार की है। वहां कंपनी से जुड़े कोई वैध दस्तावेज नहीं मिले.
5. समूह के अन्य कई कंपनियों के साथ संदेहास्पद वित्तीय लेनदेन की पुष्टि हुई है.
6. प्रमुख आरोपी Telegram ऐप पर “Disappearing Messages” का इस्तेमाल कर रहे थे ताकि संवाद के सबूत मिटाए जा सकें.
7. 24 जुलाई 2025 को Anil Ambani समूह की कंपनियों पर हुई छापेमारी के दौरान जब्त सबूत, इस मामले से  जुड़े पाए गए हैं.
8. ₹68.2 करोड़ की एक फर्जी बैंक गारंटी जो  Reliance NU BESS Ltd , Maharashtra Energy Generation Ltd की ओर से Solar Energy Corporation of India Ltd (SECI) को सौंपी गई थी, उसे फर्जी घोषित किया गया है.
9. इस फर्जी गारंटी को सही साबित करने की कोशिश में आरोपियों ने एक स्पूफ्ड ईमेल डोमेन (s-bi.co.in) का प्रयोग किया और State Bank of India (sbi.co.in) के नाम पर SECI को भ्रामक ईमेल भेजे.
10. ईडी ने नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NIXI) से s-bi.co.in डोमेन के रजिस्ट्रेशन डिटेल्स की जानकारी मांगी है।
 

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