
DRI And ICG Seized Hashish Oil: डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) और भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है. अधिकारियों ने 7 मार्च 2025 को मालदीव की ओर जा रहे एक टग-बार्ज जहाज से 29.954 किलो हैशिश (हैश) ऑयल जब्त किया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹32.94 करोड़ रुपये आंकी गई है.

DRI अधिकारियों को विशेष गुप्त सूचना मिली थी कि तमिलनाडु के थूथुकुडी ज़िले में स्थित तूतीकोरिन के एक गिरोह ने एक टग-बार्ज जहाज पर समुद्र के बीच में हैशिश ऑयल की खेप लोड की है. यह खेप एक चालक दल के सदस्य की मिलीभगत से जहाज में रखी गई थी, जिसे मालदीव पहुंचाना था.
भारतीय तटरक्षक की समुद्र में घेराबंदी
DRI के निर्देश पर भारतीय तटरक्षक बल ने 5 मार्च 2025 को कन्याकुमारी तट के पास समुद्र में इस जहाज को रोक लिया और उसे 7 मार्च को तूतीकोरिन के नए बंदरगाह पर लाकर खड़ा कर दिया.
तीन आरोपी गिरफ्तार
DRI की टीम ने नशीली दवाओं की इस तस्करी के पीछे मुख्य आरोपी और उसके सहयोगी को धर दबोचा. इसके अलावा, चालक दल के उस सदस्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जिसने गिरोह को जहाज की लोकेशन साझा की थी.
हैशिश ऑयल के पैकेट बरामद

जहाज की गहन तलाशी में दो बैग बरामद हुए, जिनमें 29 प्लास्टिक पैकेट थे. इन पर खाद्य पदार्थों के विवरण छपे हुए थे. जांच में यह काले रंग के पेस्ट जैसी तरल सामग्री पाई गई, जिसे फील्ड टेस्ट किट से जांचने पर 'हैशिश ऑयल' की पुष्टि हुई. NDPS अधिनियम, 1985 के तहत कुल 29.954 किलो हैशिश ऑयल जब्त कर लिया गया. तीनों आरोपियों को 8 मार्च 2025 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
DRI और ICG की सतर्कता से तस्करी नाकाम
DRI और भारतीय तटरक्षक बल की इस संयुक्त कार्रवाई ने एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय तस्करी को विफल कर दिया और भारत से मालदीव तक ड्रग्स की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं