माफिया सरगना लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्वनोई को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया जा रहा है. अनमोल पर एनआईए ने 10 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है. उसके ऊपर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान समते कई राज्यों में केस दर्ज हैं. अनमोल पर राजस्थान में ही 21 से अधिक मामले दर्ज हैं. आइए जानते हैं कि राजस्थान में अनमोल के खिलाफ कितने और किस तरह के मामले दर्ज हैं. अनमोल जोधपुर की जेल में अक्तूबर 2021 तक बंद था. जेल से रिहा होने के बाद वह नकली पासपोर्ट पर विदेश भाग गया था.
अनमोल का राजस्थान में आपराधिक रिकॉर्ड
अनमोल बिश्नोई की आपराधिक कुंडली का सबसे बड़ा हिस्सा राजस्थान से जुड़ा है. उसके खिलाफ राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर के थानों में 21 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं. राजस्थान पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है. उसके भारत लाए जाने के बाज राजस्थान पुलिस उसको रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी.इस दौरान पुलिस उससे गहन पूछताछ करेगी. अनमोल पर जयपुर में ही उसके खिलाफ जी क्लब पर फायरिंग समेत रंगदारी, धमकी और ब्लैकमेलिंग के सात मुकदमे दर्ज हैं. ये मामले सांगानेर, रामनगरिया, प्रताप नगर, अशोक नगर, हरमाड़ा और बनी पार्क जैसे प्रमुख थानों में दर्ज हैं.
अनमोल के खिलाफ जयपुर ही नहीं, बल्कि जोधपुर के पूर्व और पश्चिम जिलों में आठ मामले दर्ज हैं. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट से मिले रिकॉर्ड्स उसकी पुरानी गतिविधियों की पोल खोलते हैं.इनमें प्रमुख है- 2017 में हुआ वासुदेव इसरानी हत्याकांड. फिरौती न देने पर व्यापारी वासुदेव इसरानी की दुकान पर फायरिंग की गई थी. इसके बाद सितंबर 2017 में उनकी मौत हो गई. जांच में इस साजिश के पीछे अनमोल का नाम सामने आया था.
वहीं 2017 में शास्त्रीनगर निवासी व्यापारी रितेश लोहिया के घर पर फायरिंग कर दहशत फैलाई गई थी. उसी साल मुकेश सोनी नाम के व्यापारी को अनमोल के गुर्गों ने इंटरनेट कॉल पर धमकी देते हुए कहा था,'वासुदेव के बाद तुम्हारा नंबर है, 50 लाख दो जैसी गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहो.'
राजस्थान की किस जेल में बंद रहा था अनमोल
अनमोल जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद रहा था. इस दौरान वह शांत नहीं बैठा था. साल 2018, 2020 और 2021 में जेल में उसके पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद हुए थे. वह जेल के अंदर से ही फिरौती और धमकियों का रैकेट चला रहा था. वह सात अक्टूबर 2021 को जोधपुर जेल से रिहा हुआ था.
अनमोल बिश्नोई के प्रत्यर्पण की तैयारी के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने राजस्थान पुलिस से जोधपुर कमिश्नरेट और सेंट्रल जेल प्रशासन से उसके आपराधिक रिकॉर्ड, केस विवरण और फिंगरप्रिंट की मांग की थी. जोधपुर पुलिस ने केस फाइल और गिरफ्तारी विवरण तो सौंप दिए, लेकिन जेल प्रशासन के पास अनमोल के फिंगरप्रिंट उपलब्ध नहीं थे.
अक्तूबर 2021 में जमानत पर रिहा होने के बाद अनमोल फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया था. वहीं से उसने गायक सिद्धू मूसेवाल और महाराष्ट्र के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची.एक्टर सलमान खान के घर फायरिंग की साजिश का आरोप भी उसके सिर पर आया था.
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