दिल्ली मैं कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर तेजी से बढ़ रहा है. इसके लिए एक तरफ दिल्ली (Delhi) के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra jain) जहां अपनी दलील दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री (Arvind Kejriwal) फिर से लॉकडाउन की बात कर रहे हैं. दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने आज बनारस में थे. बीजेपी (BJP) नेता मनोज तिवारी ने कोरोना के मामले बढ़ने के लिए अन्य राज्यों से आ रहे लोगों को जिम्मेदार ठहराने पर दिल्ली सरकार को निशाना बनाया. उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार नमक हराम की श्रेणी में आ गई है. वह जिनका दिया हुआ नमक खा रही है, जिनके कारण सत्ता में है, उन्हीं को बार-बार चोट पहुंचा रही है. मनोज तिवारी ने यह बात दिल्ली में रह रहे यूपी, बिहार और झारखंड के लोगों के संदर्भ में कही.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि दिल्ली में बाहर से आकर लोग ज्यादा टेस्टिंग करा रहे हैं इसलिए संक्रमितों का आंकड़ा बड़ा नजर आ रहा है. इस पर मनोज तिवारी का कहना है कि ''असल में दिल्ली में जो आम आदमी पार्टी की सरकार है वह नमक हराम की श्रेणी में आ गई है. वह जिनका दिया हुआ नमक खा रही है, जिनके कारण सत्ता में है, उन्हीं को बार-बार चोट पहुंचा रही है. आप सोचिए बिहार के दिल्ली में जो लोग हैं, छठ मनाने वाले जो लोग हैं, उनके बल पर ही उनकी सरकार है. लेकिन उन्हीं को कहेंगे कि कोरोना में उनका इलाज नहीं करेंगे. कभी कहेंगे कि इन्हीं के कारण कोरोना बढ़ रहा है. कभी कहेंगे कि यही ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करा रहे हैं इसीलिए कोरोना बढ़ रहा है. तो अरविंद केजरीवाल जी को, सत्येंद्र जैन जी को छठ मां देख रही हैं, वहीं इंसाफ करेंगी. दिल्ली राजधानी है देश की, वहां उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के लोग रह रहे हैं, जो इनके लिए बोझ हो गए हैं.''
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा हा कि फिर से लॉकडाउन किया जाएगा. विवाहों में 200 लोगों की मौजूदगी की इजाजत दे दी गई थी. यह संख्या शायद घटाई जाएगी. इस बारे में सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा कि ''देखिए अगर दिल्ली में वापस कोरोना का कहर है तो इसका सारा कारण दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार है. इसके पहले जब कोरोना का अटैक हुआ था, यह तो घरों में दुबके हुए थे. यह तो धन्यवाद अमित शाह का जो निकलकर एलएनजेपी अस्पताल आ गए, 10008 बना दिया. नहीं तो अरविंद केजरीवाल जी तो खाली एडवर्टाइजमेंट-एडवर्टाइजमेंट खेलते रहते. वह सड़कों पर ही नहीं निकले. हम लोग राहत देने में लगे थे, अनाज दे रहे थे, दवाई दे रहे थे, फल दे रहे थे, लेकिन अरविंद केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, सड़क पर नहीं थे. आप एनडीटीवी का उस समय का फुटेज निकाल लीजिए वह कहीं नहीं थे. और आज भी जो परिस्थिति हुई है तो फिर अमित शाह को आना पड़ा है. दिल्ली को अरविंद केजरीवाल से भी बचाना महत्वपूर्ण है.''
कश्मीर को लेकर वहां की पार्टियों ने एक ग्रुप बनाया है और कर कह रही हैं कि इंटरनेशनल दबाव बनाकर 370 को खत्म करेंगे. इस पर मनोज तिवारी का कहना है कि ''सरासर देश के साथ धोखा है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें राहुल गांधी की पार्टी शामिल हो रही है. वे जम्मू कश्मीर को अलग-थलग करने के लिए फिर से 370 लगाने के लिए प्रयास करेंगे. हम बनारस में हैं और बनारस में हमारे एक मित्र हैं मुर्तजा जाफरी. उनके दादाजी ने एक शेर लिखा था - अपनी इज्जत आबरू तौकीर दे सकते नहीं, जान दे सकते हैं पर कश्मीर दे सकते नहीं... तो देश के इन हिस्सों में घुसते हैं तो एक नारा चलता है कि दूध मांगोगे तो खीर देंगे कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे. कश्मीर मस्तक है, भारत का गर्व है. हमारी अखंडता को कोई नजर भी दिखाए तो आंखें फोड़ दी जाएंगी. अब यह भारत राहुल गांधी का पन्ना फाड़ने वाला भारत नहीं है. यह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब लोगों की शक्ति से खड़ा भारत है. जितने लोग इस तरह की कोशिश कर रहे हैं वह जम्मू कश्मीर और लद्दाख की प्रगति में बाधक हैं. जो दर्द हो रहा है, बड़े-बड़े लीडरों को उनके दर्द को अब जम्मू कश्मीर के लोग जान गए हैं.''
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