राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने का आज 17वां दिन है. धरना दे रहे पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं, जो उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद भी हैं. पहलवान बृजभूषण के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. पहलवानों को समर्थन देने संयुक्त किसान मोर्चा और खाप से जुड़े लोग भी कल जंतर-मंतर पहुंचे थे.
धरना दे रहे पहलवानों ने 31 सदस्यीय कमेटी भी बनाई है, जो वक्त-वक्त पर पहलवानों को सलाह देंगे. साथ ही मंच का सियासी इस्तेमाल न हो इस पर भी नजर रखेगी. पहलवानों को सलाह देने वाली समिति ने बृजभूषण की गिरफ़्तारी के लिए 15 दिन यानी 21 मई की डेडलाइन दी है.
वहीं भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के DG ने भी रविवार देर शाम पहलवानों से मुलाकात की थी. पहलवानों ने कहा कि जब तक ब्रजभूषण की गिरफ्तारी और कुश्ती संघ से हटाया नहीं जाता है तब तक धरना देते रहेंगे.
पहलवानों को सुरक्षा
दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में शिकायतकर्ता महिला पहलवानों को सुरक्षा मुहैया करा दी है. दिल्ली पुलिस की तरफ से सात महिला पहलवानों को ये सुरक्षा दी गई है.
दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शन कर रहे महिला पहलवानों के समर्थन में एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा की है. एसकेएम की ओर से 11 से 18 मई तक, भारत के सभी राज्यों में, राज्य राजधानियों, जिला मुख्यालय और तालुक मुख्यालय पर एक देशव्यापी आंदोलन आयोजित किया जाएगा. इसमें सार्वजनिक बैठकें और विरोध मार्च आयोजित किए जाएंगे और बृज भूषण शरण सिंह और उनके समर्थक भाजपा सरकार के पुतले फूंके जाएंगे.
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