- दिल्ली के लाल किले पर हुए ब्लास्ट में मुंबई के तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है.
- तीनों संदिग्ध अच्छे और पढ़े-लिखे परिवारों से हैं और डॉक्टर उमर नबी के संपर्क में मोबाइल एप के जरिए थे.
- डॉक्टर उमर नबी लाल किला ब्लास्ट में शामिल था और मुंबई के तीनों संदिग्धों को दिल्ली लाकर जांच की जा रही है.
दिल्ली में हुए लाल किला ब्लास्ट के तार अब मुंबई से भी जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की गई है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. जो बात चौंकाने वाली है, वह यह है कि ये भी अच्छे-खासे परिवारों से ताल्लुक रखते हैं. सूत्रों की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है. आपको बता दें कि 10 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित लाल किला के करीब हुए ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल भी हो गए थे.
मोबाइल एप से थे कॉन्टैक्ट में
सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि मुंबई की अलग-अलग जगहों से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. बताया जा रहा है कि ये तीनों ही डॉक्टर उमर नबी के साथ एक खास मोबाइल एप के जरिये लगातार संपर्क में थे. डॉक्टर उमर ब्लास्ट में शामिल था. इन तीनों को ही पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है. तीनों अच्छे और पढ़े लिखे परिवारों से आते हैं. मुंबई पुलिस की मदद से चलाए गए एक सीक्रेट मिशन में इन्हें हिरासत में लिया गया है. हमले में इन संदिग्धों और उनकी भूमिका की जांच अभी जारी है.
शाह बोले, पाताल से भी ढूंढ़ निकालेंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली ब्लास्ट के दोषियों को खोजने का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि दोषियों को पाताल की गहराइयों से भी ढूंढ निकाला जाएगा और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. उत्तरी क्षेत्रीय परिषद (एनजेडसी) की 32वीं बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को जड़ से खत्म करना सरकार की सामूहिक प्रतिबद्धता है. गृहमंत्री शाहह ने कहा कि मोदी सरकार के अब तक के रिकॉर्ड के अनुरूप, दिल्ली बम विस्फोट के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा, देश की न्यायिक व्यवस्था के सामने लाया जाएगा और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.
NIA को मिली एक की हिरासत
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को उमर उन नबी के 'सक्रिय सह-साजिशकर्ता' जसीर बिलाल को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने बिलाल को 10 दिनों की एनआईए कस्टडी में भेज दिया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना ने आरोपियों से हिरासत में पूछताछ की एनआईए की याचिका स्वीकार कर ली. एजेंसी ने एक बयान में बताया कि अनंतनाग के काजीगुंड निवासी वानी को सोमवार को श्रीनगर में ड्रोन में बदलाव करके और बम विस्फोट से पहले रॉकेट बनाने की कोशिश करके आतंकी हमले करने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वानी को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना की अदालत में पेश किया गया. एजेंसी उसकी हिरासत की मांग कर सकती है.
रुतिक गणकवार की रिपोर्ट
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