नई दिल्ली:
दिल्ली में 16 दिसम्बर, 2012 को 23 वर्षीय लड़की के साथ हुए चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद शुरू किए गए एक विशेष हेल्पलाइन नम्बर पर महिलाओं ने 45 दिन के भीतर 2,000 शिकायतें दर्ज कराईं।
ये शिकायतें दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सुधीर यादव ने दर्ज की, जिन्हें इसकी जिम्मेदारी दी गई थी। दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेंद्र खन्ना ने महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निपटारे के लिए यादव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया था और 25 दिसंबर, 2012 को उनका मोबाइल नंबर 9818099012 इसके लिए सार्वजनिक किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा प्रत्यक्ष निगरानी के अंतर्गत जारी किए कार्यरत इस हेल्पलाइन नम्बर पर मिलने वाली शिकायतों पर फौरन कारवाई की जाती है।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, "वरिष्ठ अधिकारी द्वारा निगरानी कराए जाने की जरूरत इसलिए महसूस हुई क्योंकि हमने पाया कि दो हेल्पलाइन नम्बर 1091 और 1096 पहले से मौजूद रहने के बावजूद शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया उपयुक्त नहीं थी। इन नंबरों पर पिछले साल 25,000 शिकायतें आई थीं।"
अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा 31 दिसम्बर, 2012 को हेल्पलाइन नंबर 181 की शुरुआत की गई थी, जिस पर अब तक 40,000 शिकायतें आ चुकी हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर फोन वैसे आए जिसमें यह जानने की कोशिश की गई थी कि यह नंबर चालू है या नहीं।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अपर सचिव और हेल्पलाइन नम्बर के प्रभारी कुलानंद जोशी ने कहा, "जनवरी के पहले दो सप्ताह में कई फोन आए, लेकिन अब इसकी संख्या कम हो गई है।"
पिछले 45 दिनों में नए हेल्पलाइन नंबर पर मिलीं 2,000 शिकायतों में से अधिकतर गलत नम्बर से फोन आने, घरेलू हिंसा, पीछा करने से सम्बंधित थे। इनसे साबित होता है कि दिल्ली में महिलाएं अब भी असुरक्षित हैं।
ये शिकायतें दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सुधीर यादव ने दर्ज की, जिन्हें इसकी जिम्मेदारी दी गई थी। दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेंद्र खन्ना ने महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निपटारे के लिए यादव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया था और 25 दिसंबर, 2012 को उनका मोबाइल नंबर 9818099012 इसके लिए सार्वजनिक किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा प्रत्यक्ष निगरानी के अंतर्गत जारी किए कार्यरत इस हेल्पलाइन नम्बर पर मिलने वाली शिकायतों पर फौरन कारवाई की जाती है।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, "वरिष्ठ अधिकारी द्वारा निगरानी कराए जाने की जरूरत इसलिए महसूस हुई क्योंकि हमने पाया कि दो हेल्पलाइन नम्बर 1091 और 1096 पहले से मौजूद रहने के बावजूद शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया उपयुक्त नहीं थी। इन नंबरों पर पिछले साल 25,000 शिकायतें आई थीं।"
अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा 31 दिसम्बर, 2012 को हेल्पलाइन नंबर 181 की शुरुआत की गई थी, जिस पर अब तक 40,000 शिकायतें आ चुकी हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर फोन वैसे आए जिसमें यह जानने की कोशिश की गई थी कि यह नंबर चालू है या नहीं।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अपर सचिव और हेल्पलाइन नम्बर के प्रभारी कुलानंद जोशी ने कहा, "जनवरी के पहले दो सप्ताह में कई फोन आए, लेकिन अब इसकी संख्या कम हो गई है।"
पिछले 45 दिनों में नए हेल्पलाइन नंबर पर मिलीं 2,000 शिकायतों में से अधिकतर गलत नम्बर से फोन आने, घरेलू हिंसा, पीछा करने से सम्बंधित थे। इनसे साबित होता है कि दिल्ली में महिलाएं अब भी असुरक्षित हैं।
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