देश की राजधानी दिल्ली में आतंकी हमले को लेकर एक अलर्ट जारी किया गया है.इसके मुताबिक- ड्रोन के जरिए एक बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम दिया जा सकता है. ये जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. 15 अगस्त से पहले पाकिस्तानी आतंकी और अराजक तत्व दिल्ली को दहला सकते हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को आगाह किया है कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धार 370 हटी थी. ऐसे में हमले के लिए ये दिन भी चुना जा सकता है. बता दें कि ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए पहली बार विशेष ट्रेनिंग भी दिल्ली पुलिस और दूसरी फोर्स को दी गई है, जिसमें 'सॉफ्ट किल' और 'हार्ड किल' दोनों ट्रेनिंग शामिल हैं. ड्रोन के खतरे के मद्देनजर एयरफोर्स ने एक विशेष ड्रोन कंट्रोल रूम भी बनाया है. इस बार चार एन्टी ड्रोन सिस्टम भी लाल किले पर लगाए जा रहे हैं. पिछली बार दो एन्टी ड्रोन सिस्टम लगाए गए थे.
बता दें कि जम्मू एयरबेस पर ड्रोन से हमला किया गया था. 27 जून को लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तान स्थित संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा ड्रोन के जरिए गिराए गए दो बम में लगभग ढाई किलोग्राम आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 29 जून को इस घटना की जांच अपने हाथ में ली थी.
अधिकारियों ने बताया कि जांचकर्ताओं द्वारा की गई पड़ताल में लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों के शामिल होने का संकेत मिला है जिन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ‘इंटर सर्विस इंटेलिजेंस' (ISI) से मदद मिल रही थी. उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि सीमा पार से लगभग ढाई किलोग्राम आरडीएक्स विस्फोटक के साथ बम को ड्रोन से भेजा गया था. जम्मू हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक की दूरी 14 किलोमीटर है. अधिकारियों ने कहा कि घटनास्थल से नमूनों की जांच के बाद विस्फोट में आरडीएक्स के इस्तेमाल की पुष्टि हुई थी. उन्होंने कहा कि एक बम में डेढ़ किलोग्राम जबकि दूसरे में एक किलोग्राम आरडीएक्स था.
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