- दिल्ली के लाल किले के पास 10 अक्टूबर की शाम कार बम धमाके में नौ लोगों की मौत हुई, यह एक आतंकी हमला था
- धमाके में इस्तेमाल कार पुलवामा के तारिक ने खरीदी थी, जो फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा पाया गया
- डॉक्टर उमर मोहम्मद, जो पुलवामा का रहने वाला था और फरार था, धमाके में शामिल होने का संदेह है
देश की राजधानी दिल्ली सोमवार शाम को बड़े कार बम धमाके से दहल गई. दिल्ली के दिल लाल किले के पास ये धमाका किया गया, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई. हमले का फरीदाबाद से लेकर पुलवामा तक कनेक्शन सामने आया है. सूत्रों का कहना है कि धमाके में इस्तेमाल कार पुलवामा का डॉक्टर उमर मोहम्मद चला रहा था, जो फरीदाबाद में बारूद का जखीरा पकड़े जाने के बाद से फरार था. एनआईए, आईबी से लेकर दिल्ली और जम्मू-कश्मीर पुलिस तक इस आतंकी हमले की कड़ियां जोड़ने में जुटी हैं. सूत्रों का कहना है कि लाल किले के बाहर कार में ये धमाका एक आतंकी हमला था. कार में विस्फोटक लगाकर विस्फोट किया गया. जांच एजेंसी को फिदायीन हमले का संदेह है. धमाके में इस्तेमाल कार पुलवामा के जिस तारिक ने खरीदी थी, उसे पकड़ लिया गया है.
आतंकी हमला था लाल किले के बाहर हुआ विस्फोट
सूत्रों के मुताबिक, हमले के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं. खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि धमाके में इस्तेमाल I 20 कार में डॉक्टर उमर मोहम्मद सवार था. पुलिस कार सवार जिस शख्स की मौत हुई थी, उसके डीएनए टेस्ट की तैयारी है, ताकि पता चले कि कार में सवार शख्स डॉक्टर उमर मोहम्मद था या नहीं.फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में शामिल आतंकवादी डॉक्टर उमर मोहम्मद फरार था.

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मेट्रो के पास कार में धमाका
दिल्ली के लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग में सोमवार शाम 6.51 बजे एक कार में तेज धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई. विस्फोट इतना तेज था कि 200-300 मीटर के इलाके में सब कुछ हिल गया. धमाके में इस्तेमाल कार हरियाणा नंबर की थी. हरियाणा के फरीदाबाद जिले में ही सुबह के वक्त करीब 2900 किलो विस्फोटक पदार्थ और हथियार आदि बरामद किए गए थे.
लाल किला के पास सुनहरी मस्जिद
सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में दोपहर 3.19 बजे एचआर 26 नंबर की कार खड़ी थी और शाम को भीड़भाड़ होते ही 6.48 बजे वो बाहर निकली. पार्किंग से निकलते हुई कार सीसीटीवी में दिखाई दी.धीमी रफ्तार में ये कार रेड लाइट पर आकर रुकी और 6.51 बजे उसमें तेज धमाका हो गया. घायलों को तुरंत ही वहां से एलएनजेपी, हिंदुजा राव जैसे अस्पतालों में ले जाया गया.
डॉक्टर उमर मोहम्मद का नाम सामने आया
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली धमाके में पुलवामा के रहने वाले उमर मोहम्मद का नाम सामने आया. उमर मोहम्मद पेशे से एक डॉक्टर है. उमर जैश ए मोहम्मद के उस मॉड्यूल से जुड़ा है जिसके 7 आतंकी रविवार को ही पुलिस ने गिरफ्तार किए है और उनके पास से 2900 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था.

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पुलवामा कनेक्शन मिला
पुलवामा के रहने वाले तारिक ने कार उमर को दी थी.शुरुआती जांच के बाद शक है कि उसके साथियों के पकड़े जाने के बाद वो घबरा गया. अभी उसका कोई सुराग नहीं मिला है,पुलिस जांच कर रही है कि धमाके में उसकी मौत तो नहीं हुई.शक है कि उमर मोहम्मद गाड़ी चला रहा था.
2 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी आवाज
विस्फोट की चपेट में कई कारें आ गईं और धमाका इतना तेज था कि उसकी चपेट में आने वालों के चीथड़े उड़ गए. मेट्रो स्टेशन की खिड़कियों के शीशे भी टूट गए. दिल्ली पुलिस, एनआईए, एनएसजी और फोरेंसिक लैब की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं. तेज़ धमाके की आवाज़ आईटीओ तक लगभग 2 किलोमीटर के इलाके में सुनाई दी. इससे कई मीटर दूर खड़ी गाड़ियों के शीशे और लाल किला मेट्रो स्टेशन के शीशे टूट गए.
आतंकवाद रोधी धाराओं में केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने यूएपीए के तहत लाल किला धमाके का मामला दर्ज किया है, जो आतंकवाद जैसे मामलों से जुड़ा होता है. इसमें विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत भी केस दर्ज किया गया है. हत्या और हत्या के प्रयास के तहत भी केस दर्ज किया गया है. इस धमाके के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा से बातचीत की.
हुंडई कार कई लोगों को बेची गई
हरियाणा नंबर की हुंडई आई20 कार कई लोगों को बेची गई. इसमें देवेंद्र, उमर और तारिक का नाम सामने आ रहा है. दिल्ली पुलिस ने कार मालिक मोहम्मद सलमान को हिरासत में लेकर पूछताछ की.उसने डेढ़ साल पहले ओखला में देवेंद्र नाम के शख्स ये वाहन बेचा था. वाहन को अंबाला में किसी को बेच दिया गया और फिर इसे पुलवामा में तारिक नामक व्यक्ति को बेच दिया गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तारिक को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
जांच में कौन-कौन शामिल
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा इसमें कई और अन्य राज्यों की पुलिस और स्पेशल एजेंसियां शामिल थीं. दिल्ली पुलिस, स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, एनएसची, एनआईए, एफएसएल, यूपी एटीएस, हरियाणा पुलिस, गुजरात पुलिस और आईबी भी इस जांच में शामिल हैं.
जली कारें और बिखरा सामान
जांच एजेंसियों ने घटनास्थल से फोरेंसिक नमूने इकट्ठा किए. जली कारों और सड़क पर बिखरे सामानों को भी समेटा गया. जांच एजेंसियां ये पता लगाने में जुटी हैं कि धमाके में किस विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. ये टाइमर बम था या कार में बैठे किसी शख्स ने ऐसा किया था.
दिल्ली धमाके में कौन लोग मारे गए
दिल्ली बम विस्फोट में मारे गए लोगों में अमरोहा जिले के अशोक कुमार शामिल हैं. दिल्ली में श्रीनिवास पुरी के रहने वाले और दवा कारोबारी अमर कटारिया की भी मौत हो गई. इसके अलावा कई मरने वालों की पहचान नहीं हो सकी है.
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