
- संजय कपूर की तलाकशुदा पत्नी करिश्मा कपूर के बच्चों ने संपत्ति विवाद को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की
- करिश्मा कपूर के बच्चे समायरा और कियान ने प्रिया सचदेव कपूर पर वसीयत में हेराफेरी का आरोप लगाया है
- दावा किया गया है कि प्रिया सचदेव ने संजय कपूर की 30 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की
दिवंगत पिता संजय कपूर की संपत्ति को लेकर उनकी तलाकशुदा पत्नी करिश्मा कपूर के बच्चों ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इस पर बुधवार को अदालत में सुनवाई शुरू हुई, तो संजय कपूर की प्रॉपर्टी की लड़ाई खुलकर सामने आ गई. इस याचिका से संजय कपूर की मौत के बाद उनकी 30 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति में से करिश्मा के बच्चों ने अपना हिस्सा मांगा है. करिश्मा कपूर के बच्चों में 20 साल की समायरा और 14 साल के कियान ने कोर्ट में अपनी सौतेली मां प्रिया सचदेव कपूर के खिलाफ केस दायर किया है. उनका आरोप है कि प्रिया ने उनके पिता की वसीयत में हेराफेरी की है, ताकि पूरी दौलत पर कब्जा किया जा सके. दिल्ली हाई कोर्ट ने प्रिया कपूर से संजय कपूर की मृत्यु की तारीख तक की सभी संपत्तियों का ब्योरा मांगा है. मामले की अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को होगी.
प्रिया कपूर के वकील राजीव नायर ने हाईकोर्ट में कहा कि यह मामला सुनवाई योग्य नहीं है. वहीं करिश्मा कपूर के वकील जेठ मलानी ने 'फर्जी वसीयत' का दावा करते हुए अदालत में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हम दिवंगत संजय कपूर की संपत्ति के बंटवारा चाहते हैं.
करिश्मा की ओर से पेश हुए वकील जेठमलानी ने कपूर की मृत्यु के बाद की कुछ तारीखों पर अदालत का ध्यान खींचा. उन्होंने कहा, प्रिया कपूर की ओर से पहले वादी पक्ष को बताया कि कोई वसीयत नहीं थी.कुछ संपत्ति एक ट्रस्ट के पास है. कुछ समय बाद, पूर्व पत्नी (करिश्मा) और वर्तमान पत्नी (प्रिया) के बीच बैठकों और बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया कि ट्रस्ट के प्रावधानों पर चर्चा के लिए ताज मानसिंह, दिल्ली में एक बैठक आयोजित की जाए.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, करिश्मा कपूर बच्चों की कानूनी संरक्षक के तौर पर इस मामले में अदालत में उनकी पैरवी कर रही हैं. बच्चों ने कोर्ट से पिता की संपत्ति का बंटवारा, संपत्तियों का पूरा हिसाब करने की मांग की है. बच्चों का कहना है कि उन्हें अपने पिता की संपत्ति की पूरी जानकारी नहीं दी गई और प्रिया ने जानबूझकर कई बातें छिपाई हैं.
बच्चों के अनुसार, प्रिया ने पहले दावा किया था कि दिवंगत पिता की कोई वसीयत नहीं है और सारी संपत्ति RK फैमिली ट्रस्ट के पास है. मगर बाद में उन्होंने 21 मार्च 2025 वाला एक दस्तावेज पेश कर दिया और उसे वसीयत बताया. बच्चों ने इसकी सच्चाई पर सवाल उठाते हुए इसे फेक बताया है. केस में प्रिया, उनके नाबालिग बेटे, संजय की मां रानी कपूर और वसीयत की कथित निष्पादक महिला को पक्षकार बनाया गया है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने संजय कपूर की मौत के बाद उनकी सभी संपत्तियों की जानकारी मांगी है. मामले में अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को होगी. हाईकोर्ट ने सभी पक्षों से जवाब मांगा गया है.अगली सुनवाई में दिल्ली उच्च न्यायालय मामले पर अंतिम निर्णय होने तक संपत्ति पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा आदेश पारित करने पर विचार कर सकता है.संजय कपूर की 12 जून 2025 को इंग्लैंड में पोलो खेलते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. वो सोना BLW प्रिसिजन फोर्जिंग्स लिमिटेड (सोना कॉम्स्टार) के प्रमुख थे. इसकी बाजार पूंजीकरण 31 हजार करोड़ रुपये है. उनकी मृत्यु के बाद कंपनी के शेयर 7 फीसदी गिर गए थे.
कोर्ट में प्रिया कपूर ने अदालत से कहा, मैं उनकी आखिरी कानूनी पत्नी हूं! प्यार और स्नेह के दावे, ये सब तब कहां थे, जब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक लंबी तलाक की कानूनी लड़ाई लड़ी थी. सभी पक्षों को सुनने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने प्रिया कपूर से संजय कपूर की मृत्यु की तारीख तक की सभी संपत्तियों का ब्योरा मांगा है.
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