नई दिल्ली:
दिल्ली गैंगरेप के छठे आरोपी को नाबालिग बताए जाने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। अब इस आरोपी की उम्र का पता करने के लिए उसका बोनमैरो टेस्ट करवाया जाएगा।
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने यह प्रस्ताव रखा है कि आपराधिक मामलों में 16 साल से ऊपर के आरोपियों को बालिग माना जाना जाए। वहीं दिल्ली में हुई बैठक में महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि जघन्य अपराधों के लिए फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
दिल्ली के उप राज्यपाल तेजिंदर खन्ना ने भी केंद्र को खत लिखकर कहा है कि संगीन अपराधों में शामिल नाबालिग आरोपियों पर बालिगों की तरह ही मुकदमा चलना चाहिए। इससे पहले दिल्ली पुलिस भी इस बात की अपील कर चुकी है और इस मामले में हाइकोर्ट में अपील की बात चल रही है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने यह प्रस्ताव रखा है कि आपराधिक मामलों में 16 साल से ऊपर के आरोपियों को बालिग माना जाना जाए। वहीं दिल्ली में हुई बैठक में महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि जघन्य अपराधों के लिए फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
दिल्ली के उप राज्यपाल तेजिंदर खन्ना ने भी केंद्र को खत लिखकर कहा है कि संगीन अपराधों में शामिल नाबालिग आरोपियों पर बालिगों की तरह ही मुकदमा चलना चाहिए। इससे पहले दिल्ली पुलिस भी इस बात की अपील कर चुकी है और इस मामले में हाइकोर्ट में अपील की बात चल रही है।
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