
- दिल्ली के द्वारका में करण देव की हत्या में उसकी पत्नी सुष्मिता और चचेरे भाई राहुल देव शामिल पाए गए हैं.
- सुष्मिता और राहुल ने नींद की गोलियां खाने के बाद करंट के झटकों से करण की हत्या करने की साजिश रची थी.
- बदन पर सेलो-टेप के निशान और करण के मुंह से झाग निकलने के आधार पर अप्राकृतिक हत्या की पुष्टि की गई.
पहले पति को खूब सारी नींद की गोलियां खाने में मिलाकर खिला दी और जब पति बेसुध हुआ तो चचेरे देवर के साथ मिलकर उसे करंट के झटके देकर मौत की नींद सुला दी. दिल्ली के द्वारका में हुई इस घटना ने आसपास के लोगों का दिल दहला दिया है. बेवफा पत्नी और उसके देवर प्रेमी ने हत्या को हादसा साबित करने की पूरी कोशिश की, लेकिन एक चैट से दोनों की साजिश का पर्दाफाश हो गया. और फिर पुलिस ने करण देव की हत्या के आरोप में उसकी पत्नी सुष्मिता और चचेरे भाई राहुल देव को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में दोनों (देवर-भाभी) के बीच चल रहे प्रेम-प्रसंग से भी पर्दा उठ गया.
करण के भाई कुणाल के मुताबिक, सुष्मिता और राहुल इस बात पर जोर देते रहे कि शव का पोस्टमार्टम न हो. दोनों करंट से उसकी स्वाभाविक मौत दिखाना चाहते थे, लेकिन कुणाल की जिद के बाद पोस्टमार्टम के दौरान करण की छाती और अंगुली में सेलो-टेप के निशान पाए गए, करण के मुंह से झाग भी निकल रहा था. ऐसे में साबित हो गया कि ये अप्राकृतिक मौत है. शव घर लाया गया तो राहुल ने अपना मोबाइल किसी को रखने को दे दिया और फिर ये करण के भाई कुणाल के हाथ लगा. कुणाल ने देखा कि मोबाइल का लॉक खुला है और फिर उसकी नजर सुष्मिता के साथ राहुल की चैट पर गई. वहीं से पूरा भेद खुल गया.
बेवफा पत्नी और देवर प्रेमी के बीच की चैट पढ़ें
ये केवल चैट नहीं था, बल्कि ये पत्नी की बेवफाई का सबूत था.पूरी की पूरी डेथ स्क्रिप्ट सामने थी. ये आधी रात सुष्मिता और राहुल के बीच हुई चैट पर आप भी एक नजर डालिए. हम यहां उस चैट को हूबहू रख रहे हैं.
राहुल: तीन बजे तक आ जाऊंगा, घर की गली में हूं, बोलो तो आऊं
सुष्मिता: कुछ समझ नहीं आ रहा, मुझे तो..शॉक के लिए बोल रहे हो
राहुल: हां
सुष्मिता: मैं सोच रही थी कि दवाई से ही काम हो जाता, इसलिए तो इतनी देर रुकी
राहुल: और दवाई खिला दो, एक साथ सारी की सारी, ट्राय कर लो, अगर हो सकता है तो
सुष्मिता: दो या ढाई ही बची है बस
राहुल: कितने दे दी... अच्छा 15 टैबलेट होती है
सुष्मिता: ये कहानी सामने बता दूंगी (वो घरवालों को झूठी कहानी बताने के बारे में बात कर रही है)
एक बार ये चेक करो तो कितनी देर में डेथ होनी चाहिए, दवाई खाने के. लगा लो... खाना खाए इसको 3 घंटे हो गए हैं. न वोमेटिंग, न पॉटी.. कुछ नहीं और डेथ भी नहीं हुई अभी तक.
राहुल: ऐसा तो कुछ नहीं आ रहा, यार अगर कुछ भी समझ नहीं आ रहा तो दे दो शॉक
सुष्मिता: शॉक के लिए कैसे बांधना है
राहुल: टेप से
सुष्मिता: बहुत स्लो सांसें ले रहा है, चिकोटी काटी तो हिला थोड़ा.
राहुल: जितनी भी दवाई और है, सब दे दो, अगर दे सको तो.
सुष्मिता: ट्राय करती हूं, मुंह नहीं खुलवा पा रही. पानी तो डाल पा रही हूं पकड़ के, लेकिन दवाई नहीं डाल पा रही.
राहुल: ट्राय करो
सुष्मिता: किया 5-6 बार ट्राय, नहीं हो रहा.
राहुल: नहीं हो रहा तो फिर शॉक का फाइनल करते हैं, टाइम भी निकल रहा है सारा.
सुष्मिता: तुम आ जाओ, साथ में मिलके...
राहुल: चलो आता हूं.
......... और फिर दोनों ने बिजली का शॉक देकर मार डाला.
बेवफा पत्नी और चचेरे भाई ने ले ली जान
हत्या का साजिश का पर्दाफाश इसी चैट से हुआ. इस चैट ने सुष्मिता और राहुल के क्राइम का कच्चा चिट्ठा सामने खोल कर रख दिया. दोनों के बीच ये तय हुआ था कि करण देव को खाने में नींद की गोलियां दी जाएंगी. इसका असर नहीं दिखा तो बेवफा पत्नी उकताने लगी. दोनों के बीच चैट ने स्पष्ट किया कि बात जब नहीं बनीं तो दोनों ने बिजली के झटके देने का फैसला लिया. चैट में पूरी बातचीत है, जो राहुल, सुष्मिता को गाइड करता रहा. कैसे करण को बांधना है, सेलो-टेप से, फिर उसे कैसे झटका देना है. इस दौरान राहुल गली के चक्कर लगाता रहा और फिर दोनों के बीच वीडियो कॉल पर बात भी हुई. राहुल, सुष्मिता के पास पहुंचा और दोनों ने करंट के झटके देकर करण की हत्या कर डाली.
करण देव एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे. 2014 में उनकी शादी हुई थी. पत्नी सुष्मिता और छह साल के बेटे के साथ वे ओम विहार फेज-1 में रहते थे, जबकि माता-पिता पिछले दो वर्ष से करण माता पिता से अलग पुराने घर के पास ही रह रहे थे. शुक्रवार की रात करण देव की आखिरी रात साबित हुई. आसपास के लोगों का कहना है कि काश सभी साथ रह रहे होते तो शायद ये नौबत नहीं आती. बहरहाल, सुष्मिता और राहुल सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं और पुलिस की जांच जारी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं