दिल्ली ब्लास्ट के बाद फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े आतंकी डॉक्टरों की साजिश को बेनकाब किया गया. देश को बड़े धमाकों से दहलाने का नेटवर्क कैसे तैयार हुआ. आतंकी डॉक्टरों का आका कौन था, इसकी परतें भी अब खुलने लगी हैं. आतंकियों के इसी नापाक गठजोड़ में शामिल डॉ. मुजम्मिल शकील का जो कबूलनामा सामने आया है, वो बताता है कि इस व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल के जेहन में क्या जहर घुला था? मुजम्मिल ने जैश ए मोहम्मद की महिला कमांडर डॉ. शाहीन से उसकी नजदीकियों को लेकर भी चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
मुजम्मिल ने गहरे राज जांच एजेंसियों की पूछताछ में उगले हैं. मुजम्मिल ने बताया है कि शाहीन से उसकी मुलाकात अलफलाह यूनिवर्सिटी में हुई थी. वो मुझसे काफी बड़ी थी और उसकी सैलरी भी मुझसे काफी ज्यादा थी. वो शाहीन के प्यार में पागल हो गया और ये आशिकी इस कदर परवान चढ़ी कि दोनों ने 2023 में निकाह कर लिया. डॉ. शाहीन का पहला पति जफर हयात मुंबई रहता था जो शाहीन के मॉडर्न ख्यालातों का खुलासा पहले ही कर चुका है. उसे बुर्के से चिढ़ थी और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में बसना चाहती थी. लेकिन उसका दूसरा पति गाजियाबाद में एक कपड़े की दुकान चलाने वाला था, जिससे भी उसकी नहीं बनी. फिर अल फलाह में वो डॉ. मुजम्मिल के करीब आ गई.
25 लाख की पूंजी आतंकी साजिश के लिए दी
डॉ. मुजम्मिल ने जांच एजेंसियों को बताया कि उसने शाहीन से तीसरी शादी की. डॉक्टर शाहीन सऊदी अरब में भी रह कर आई और वहां भी असिस्टेंट प्रोफेसर थी. उसने आतंकी मॉड्यूल के लिए बैंक खाते से करीब 25 लाख रुपये आतंकी साजिश के लिए दिए थे. मुजम्मिल के मुताबिक, वो और उमर उन नबी अफगानिस्तान या सीरिया में बसना चाहते थे. मैं उमर के साथ तुर्की भी गया था, जहां आतंकी हैंडलर्स से मुलाकात के साथ उनकी ट्रेनिंग हुई. उस हैंडलर का कोड नेम उकासा था.
उमर उन नबी ही था मास्टर
मुजम्मिल के मुताबिक, मैं उमर, आदिल, शाहीन, मुफ्ती इरफान मिलकर एक बड़ी साजिश रच रहे थे. उमर बेहद तेजतर्रार था, जिसकी बातों के सभी कायल थे. आतंकी धमाकों के लिए फरीदाबाद रखा गया विस्फोटक जम्मू कश्मीर भी ले जाया जाना था. उमर नूंह और मेवात से यूरिया लेकर आता था. वो विस्फोटक पदार्थों की अलफलाह यूनिवर्सिटी के रूम नंबर 4 में टेस्टिंग करता था. उमर के सूटकेस में साजिश के सारे सबूत थे, जिसमें बम बनाने का सामान वो रखता था.
चीनी भाषा में बनाया ग्रुप
चीन की मैंडरिन भाषा में बने ग्रुप का हेड उमर ही था. उमर चीनी भाषा में आतंकी नेटवर्क के बीच बातें करता था. उमर और आदिल एक दूसरे को जानते थे. मुजम्मिल डॉक्टर शाहीन से बेपनाह मोहब्बत करता था.
तीन साल पहले साजिश का खाका बुना
मुजम्मिल ने बताया, वो और डॉक्टर उमर, मुफ्ती इरफान और डॉक्टर आदिल के साथ शाहीन ने तीन साल पहले ये आतंकी साजिश का खाका बुना था.फरवरी 2022 में श्रीनगर में उनकी मुलाकात होती है. यहीं से आतंकी साजिश की कहानी रची जाने लगी.
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