देहरादून की एक सड़क पर ऐसा स्पीड ब्रेकर बनाया गया है, जिसकी वजह से कई हादसे हो रहे हैं. इस स्पीड ब्रेकर को पार करते हुए टू व्हीलर से लेकर कारे हवा में उड़ रही है. वाहनों की गति को कम करने की जगह स्पीड ब्रेकर हादसे का कारण बन रहा है. मात्र 15 मिनट में इस स्पीड ब्रेकर की वजह से 7 दुर्घटनाएं हुई हैं. हादस के वीडियो वायरल होने के बाद राज्य के लोक निर्माण विभाग की आंख खुली और लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे ने इस बात का संज्ञान लेते हुए एक पत्र जारी किया है.
बच्चे को आई चोट
स्पीड ब्रेकर की वजह से एक 3 साल का बच्चा भी हादसे का शिकार हो गया. बच्चा अपनी मां के साथ स्कूटी पर जा रहा था लेकिन स्पीड ब्रेकर इतना ऊंचा था कि वह उछलकर साइड में गिर गया. जिसकी वजह से उसको चोट आई है. इसके अलावा देर रात स्पीड ब्रेकर में कई टू व्हीलर और फोर व्हीलर अपनी स्पीड कंट्रोल नहीं कर पाए जिसकी वजह से एक्सीडेंट होते गए.
- देहरादून के क्लॉक टावर के पास यह स्पीड ब्रेकर रेड लाइट एरिया में बनाया गया है.
- ये स्पीड ब्रेकर तय मानक के मुताबिक नहीं बना हैं.
- स्पीड ब्रेकर पर निशान नहीं बनाया गया है.
- स्पीड ब्रेकर के कारण 7 से ज्यादा हादसे हुए हैं.
- कुछ स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि स्पीड ब्रेकर के कारण बारिश में यह सारा पानी ब्लॉक होगा.
इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांगा
लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे ने पत्र में लिखा कि मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है कि देहरादून शहर में अनेक स्थानों पर यातायात के नियमों एवं मानकों को बिना ध्यान में रखे स्पीड ब्रेकर (गति अवरोधक) बनाए गए हैं. लेकिन इससे असुविधा हो रही है. दुर्घटना की आशंका भी बनी हुई है. पंकज कुमार पांडे ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख इंजीनियर से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है और यह पूछा है कि इन स्पीड ब्रेकर्स को बनाते हुए यातायात के मानकों को ध्यान में क्यों नहीं रखा गया.
इस वजह से हो रहे हादसे
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं. लेकिन कोई ऐसा निशान नहीं लगाया गया है, जिससे यह पता चले कि इस सड़क पर स्पीड ब्रेकर है. स्पीड ब्रेकर पर कोई व्हाइट लाइन भी नहीं बनाई गई है.
क्या होता है स्पीड ब्रेकर
स्पीड ब्रेकर से वाहनों की ओवर स्पीड को कंट्रोल किया जाता है. एक्सीडेंटल प्रोन एरियाज पर इन्हें बनाया जाता है. ताकि वहां से गुजरने वाले वाहनों की गति को कम किया जा सके. जब वाहन इसके ऊपर से जाते हैं, तो स्पीड कम हो जाता है. वाहन चलाने वाले लोगों को स्पीड ब्रेकर का पता चल सके, इसके लिए स्पीड ब्रेकर के ऊपर पीले और सफेद रंग का निशाना बनाया जाता है. साथ ही साइन बोर्ड भी बनाया जाता है. जिससे पता चले कि यहां पर स्पीड ब्रेकर है.
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था कि ओवर स्पीड को रोकने के लिए स्पीड ब्रेकर बनाए जाए. एक्सीडेंटल प्रोन एरियाज पर स्पीड ब्रेकर बनाने का निर्णय लिया गया था. जिलाधिकारी का कहना है कि नियम फॉलो होने चाहिए थे. अगर स्पीड ब्रेकर बनाए हैं तो उसे पर निशाना लगाने चाहिए या उसके आसपास साइन बोर्ड होने चाहिए जिससे पता चले कि यहां पर स्पीड ब्रेकर है. कई जगहों पर स्पीड ब्रेकर बनाए गए थे. वहां पर साइन बोर्ड और स्पीड ब्रेकर पर पेंट किया गया. लेकिन देहरादून के क्लॉक टावर के पास बने स्पीड ब्रेकर पर नहीं किया गया, जो की लापरवाही है. ऐसे में संबंधित अधिकारियों को नोटिस दिया गया और जवाब देने को कहा गया है.
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