G20 समिट से पहले PM मोदी-राष्ट्रपति बाइडेन की मुलाकात
नई दिल्ली:
G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत आज होने जा रही है. अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया समेत कई दिग्गज देशों के राष्ट्राध्यक्ष नई दिल्ली पहुंच चुके हैं. आज और कल (9 और 10 सितंबर) को दिल्ली में स्थित भारत मंडपम में होने वाले जी20 सम्मेलन में वैश्विक मुद्दों पर सभी देश चर्चा करेंगे. इससे पहले शुक्रवार को भारत पहुंचे राष्ट्रपति बाइडेन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता की, जो लगभग 50 मिनट तक चली. इस दौरान दोनों देशों के बीच परमाणु ऊर्जा सहयोग, 6जी और AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) जैसे मुद्दों पर बातचीत हुई.
- G20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति का पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास में स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच बेहद अहम द्विपक्षीय बातचीत हुई. बातचीत के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति का स्वागत कर ख़ुशी हुई. हमारी मुलाक़ात बहुत सार्थक रही. हमने कई विषयों पर चर्चा की जो भारत-अमेरिका के बीच आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाएंगे. भारत और अमेरिका की दोस्ती वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने में महान भूमिका निभाती रहेगी.
- प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइेडन ने भारत द्वारा 31 ड्रोन खरीदने और जेट इंजनों के संयुक्त विकास की दिशा में आगे बढ़ने का शुक्रवार को स्वागत किया और द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी को “प्रगाढ़ व विविधतापूर्ण” बनाने का संकल्प लिया. दोनों नेताओं ने 50 मिनट से अधिक समय तक चली वार्ता में भारत की जी20 अध्यक्षता, परमाणु ऊर्जा सहयोग, 6जी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी महत्वपूर्ण व उभरती प्रौद्योगिकियों और बहुपक्षीय विकास बैंकों को मौलिक रूप से नया आकार देने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया.
- संयुक्त बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिकी रक्षा क्षेत्र की जानीमानी कंपनी ‘जनरल एटॉमिक्स' से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन विमान खरीदने के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय की ओर से अनुरोध पत्र जारी होने का स्वागत किया. बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने अमेरिकी संसद की अधिसूचना प्रक्रिया पूरी होने और भारत में जीई एफ-414 जेट इंजन बनाने के लिए जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) के बीच एक वाणिज्यिक समझौते के लिए बातचीत शुरू होने का भी स्वागत किया. साथ ही बयान में यह भी कहा गया है कि दोनों नेताओं ने इस अभूतपूर्व सह-उत्पादन एवं प्रौद्योगिकी हस्तांतरण प्रस्ताव की प्रगति का समर्थन करते हुए सहयोगात्मक तरीके और तेजी से काम करने की 'प्रतिबद्धता' जताई.
- वार्ता के दौरान बाइडेन ने यह प्रदर्शित करने के लिए भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना की कि कैसे एक मंच के रूप में जी20 महत्वपूर्ण परिणाम दे रहा है. युक्त बयान में कहा गया है कि मोदी और बाइडेन ने जी20 के प्रति प्रतिबद्धता दोहरायी और विश्वास जताया कि शिखर सम्मेलन के परिणाम साझा लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेंगे. दोनों नेताओं ने मुक्त, खुले, समावेशी और लचीले हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करते हुए ‘क्वाड' के महत्व को दोहराया.
- भारत अगले साल ‘क्वाड' नेताओं के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. बयान में कहा गया है कि मोदी 2024 में भारत की मेजबानी में आयोजित होने वाले ‘क्वाड' नेताओं के अगले शिखर सम्मेलन में बाइडेन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. दोनों नेताओं ने अपनी सरकारों से सभी आयामों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी में बदलाव पर काम जारी रखने का भी आह्वान किया और लचीली वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण के लिए अपना समर्थन दोहराया.
- पीएम मोदी और बाइडेन के बीच बयान के अनुसार, 'नेताओं ने इस बात पर फिर से जोर दिया कि स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेश, बहुलवाद और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर के साझा मूल्य हमारे देशों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं और ये मूल्य हमारे संबंधों को मजबूत बनाते हैं.'
- जी20 शिखर सम्मेलन में आज सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर सभी देशों और शिष्टमंडलों के नेता शिखर सम्मेलन स्थल भारत मंडपम में पहुंचेंगे और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीर खिंचवाएंगे. इसके बाद सभी नेता और शिष्टमंडल प्रमुख लीडर्स लाउन्ज में एकत्र होंगे, जहां 10:30 बजे से सम्मेलन का पहला सत्र 'वन अर्थ' शुरू हो जाएगा.
- जी20 प्रतिनिधियों और अन्य अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को यहां शिखर सम्मेलन स्थल पर प्रतिनिधिमंडल केंद्र में प्रवेश करने पर फ्रेंच में ‘बिएनवेन्यू' से लेकर तुर्की में ‘होसगेल्डिनिज' तक कई भाषाओं में स्वागत किया जाएगा. ‘वसुधैव कुटुंबकम' की भावना के साथ हॉल नंबर 14 पर बनाए गए प्रतिनिधिमंडल कार्यालयों में सभी जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों की भाषाओं में स्वागत मुद्रित किया गया है. रंग-बिरंगी पृष्ठभूमि में जर्मन में ‘विलकोमेन' से लेकर इंडोनेशियाई में ‘सेलामत डेटांग' और स्पेनिश में ‘बिएनवेनिडो' से लेकर तुर्की में ‘होसगेल्डिनिज' लिखे गए हैं.
- जी20 शिखर सम्मेलन शुरू होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास जताया कि यह सम्मेलन मानव केंद्रित और समावेशी विकास में एक नया मार्ग प्रशस्त करेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टलिना जॉर्जीवा उन प्रमुख लोगों में शामिल हैं जो जी20 शिखर सम्मेलन के लिए शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे.
- राजधानी दिल्ली G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है. पूरे शहर को बहुत खूबसूरती से सजाया गया है. दिल्ली की सभी अहम और ऐतिहासिक इमारतें रंग बिरंगी लाइट्स से जगमगा रही हैं. कई जगहों पर दीवारों पर कलाकारी भी की गई है. साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. दिल्ली को किसी अभेद्य किले में बदल दिया गया है. लगभग एक लाख सुरक्षाकर्मी जमीन से लेकर आसमान तक पर नजर जमाए बैठे हैं.