तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और उनके असम के समकक्ष हिमंत बिस्वा सरमा के बीच राजनीतिक तनातनी आज भी जारी रही. इस दौरान आज सरमा ने सर्जिकल स्ट्राइक के "वीडियोग्राफिक सबूत" पेश किए. केंद्र से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग करते हुए कांग्रेस के राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद राव भी उनके समर्थन में आ गए थे. आज सरमा ने कू पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसका शीर्षक था: "प्रिय केसीआर गरु, यहां हमारी बहादुर सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियोग्राफिक सबूत है. इसके बावजूद आप हमारे सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठाते हैं और उनका अपमान करते हैं. आप हमारी सेना पर हमला करने और बदनाम करने के लिए इतना बेताब क्यों हैं? नया भारत हमारी सेना के खिलाफ अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा."
गांधी ने मांग की थी कि केंद्र 2016 में पाकिस्तान में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में एयरस्ट्राइक का सबूत पेश करे. "राहुल गांधी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने में कुछ भी गलत नहीं है. क्या गलत था?" राव ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा.
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उन्होंने कहा, "मैं अब भी पूछ रहा हूं... भारत सरकार को सबूत दिखाने दीजिए. यह उनकी जिम्मेदारी है. लोगों में आशंकाएं हैं... बीजेपी झूठा प्रचार करती है इसलिए लोग सबूत मांग रहे हैं... और एक में लोकतंत्र... आप राजा नहीं हैं."
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तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि सरमा को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए, जिसमें उन्होंने गांधी के वंश पर सवाल उठाने की कोशिश की थी. उत्तराखंड में एक रैली में सरमा ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने के लिए गांधी पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि वायनाड के सांसद को सेना से सबूत मांगने का कोई अधिकार नहीं है.
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