देश की मशहूर क्राइम बीट रिपोर्टर शीला भट्ट (Sheela Bhatt) ने समाचार एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है जिसकी खूब चर्चा हो रही है. इंटरव्यू में उन्होंने मोस्ट वांटेड माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम (mafia don dawood ibrahim) से लेकर करीम लाला, वरदराजन मुदलियार और छोटा शकील के बारे में कई ऐसी बातें बताईं है जो अब तक शायद खुफिया एजेंसियों (intelligence agencies) की ही फाइलों में दर्ज होंगी. शीला ने बताया कि कैसे उन्होंने मुंबई, कराची और दुबई में दाऊद का इंटरव्यू (Dawood's interview) लिया ? इसी इंटरव्यू में उन्होंने दावा किया कि दाऊद वापस भारत लौट कर सरेंडर करना चाहता था लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाया? दाऊद से पहले मुंबई पर करीम लाला (Karim Lala) का राज होता था...उसने भी शीला को इंटरव्यू में काफी कुछ बताया था...आइए जानते हैं इन्हीं रोचक किस्सों को...
शीला ने बताया- दाऊद तक कैसे पहुंची ?
दरअसल ANI को इंटरव्यू से पहले शीला ने अपने ट्विटर हैंडल से दाऊद के साथ एक तस्वीर पोस्ट की, जो कि काफी वायरल हो गई. इस तस्वीर में वे दाऊद के साथ बैठकर उसका इंटरव्यू लेती नजर आ रही हैं. ANI के इंटरव्यू में उन्होंने इसी का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि मुंबई में क्राइम रिपोटिंग के दौरान डॉन करीम लाला पर स्टोरी करने की वजह से उन्हें दाऊद तक पहुंचने में मदद मिली...
चित्रलेखा मैगजीन में जब उनकी और करीम लाला के इंटरव्यू की तस्वीर छपी तो वो उसने खूब सुर्खियां बटोरीं. इसी तस्वीर को देखकर गुजरात के किनारे रहने वाले खारवां लोगों ने दाऊद को कहा कि वो मुझसे मिल लें. करीम लाला से अपनी अदावत की वजह से दाऊद मुझसे मिलने के लिए राजी हो गया...
दाऊद के साथ शीला की पहली मुलाकात
दरअसल दाऊद और करीम लाला का उस वक्त काफी झगड़ा होता था. वह पठानों के द्वारा मुंबई में लड़कियों की छेड़छाड़ की अक्सर शिकायत करता था. शीला दाऊद से मिलने के लिए अपने पति के साथ गई थी. तब उन दोनों को एक काली शीशे वाली गाड़ी में उससे मिलने के लिए ले जाया गया था. तब छोटा शकील भी वहीं था. मुलाकात के दौरान दाऊद इब्राहिम अधिक समय यही कहता रहा कि करीम लाला बुरा आदमी है. दाऊद ने कहा वो इसके खिलाफ रिपोर्ट छापे. इंटरव्यू के बाद शीला ने एक छोटी सी खबर छापी भी.
दाऊद के साथ मुलाकातों का सिलसिला चल पड़ा
शीला औऱ दाऊद की दूसरी मुलाकात गुजरात के बड़ोदरा जेल में हुई. तब गुजरात सरकार के गृह मंत्री प्रबोध रावल के सहयोग से शीला को जेल में एंट्री मिली. जब वो अंदर गई तो देखा दाऊद इब्राहिम फुटबॉल खेल रहा था.
जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने उन्हें दाऊद इब्राहिम के खिलाफ गवाह बना दिया. जिसके बाद उनकी और दाऊद की दो तीन साल बात नहीं हुई.
दुबई और कराची में दाऊद से मुलाकात में क्या हुआ?
दाऊद इब्राहिम गिरफ्तारी से बचने के लिए मुंबई से दिल्ली भाग गया. वो वहीं से बैठकर भारत में भारत में ड्रग्स की स्मगलिंग कर रहा है. इसी खबर के लिए शीला ने उन्हें फोन किया तो दाऊद ने उन्हें दुबई बुला लिया. दुबई में शीला की मुलाकात दाऊद से पर्ल बिल्डिंग में हुई. दाऊद ने इंटरव्यू देने से तो मना कर दिया लेकिन काफी बातचीत की. इस दौरान वहां हवाला ऑपरेटर अब्दुल्ला और छोटा राजन भी मौजूद थे. इस बातचीत में तीन मर्डर की बात दाऊद ने कबूल की थी. दाऊद का कहना था कि यदि वो इन तीनों को नहीं मारता वे उसे मार देते. आखिरकार दाऊद ने तीसरे दिन शीला को इंटरव्यू दिया लेकिन रिकॉर्ड करने नहीं दिया. सिर्फ लिखने की अनुमति थी. इस दौरान दिलचस्प ये हुआ कि इंटरव्यू के लिए दाऊद ने इटली से मंगाए तीन सूट पहनकर दिखाया था और पूछा था कि वो कैसा लग रहा है? मतलब वो मॉडलिंग कर रहा था. चौंकाने वाली बात ये है कि शीला जब मुंबई लौटी तो उनकी एक डायरी अगले ही दिन चोरी हो गई. जिसमें बातचीत का ब्यौर था. इस घटना को लेकर शीला ने दाऊद को फोन कर आपत्ति जताई थी. इसके बाद जब मुंबई में ब्लास्ट हुए तो भी शीला ने दाऊद से संपर्क किया. उस वक्त वो पाकिस्तान के कराची में था. शीला ने कराची में भी जाकर उसका इंटरव्यू लिया. साल 2002 में जब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ आगरा आ रहे थे तो भी शीला की दाऊद से बात हुई थी. लेकिन उन दोनों की बातचीत का फोन टैप हो गया था. इसी आधार पर पुलिस ने उनसे कई सवाल-जवाब भी किए थे.
शीला का दावा- सरेंडर करना चाहता था दाऊद
शीला ने बताया कि उनकी दाऊद इब्राहिम से फिर बात हुई थी. तब उन्होंने उसे फूलन देवी की जिंदगी के बारे में बताया था कि कैसे बंदूक से लेकर संसद तक का उन्होंने सफर किया था.
भारत के लोग इतने बेवकूफ नहीं हैं. आप पाकिस्तान से बाहर निकलो. थाईलैंड जाओ या कोई और देश जाओ...फिर भारत में होम मिनिस्ट्री से संपर्क कर देश लौटो. शीला बताती हैं कि इसके बाद दाऊद इब्राहिम ने भी सरेंडर की कोशिश की. जिसके लिए दाऊद इब्राहिम ने मशहूर वकील रामजेठमलानी से बात की थी. उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. राजेश पायलट केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हुआ करते थे. देश के अंदर सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी थी. लेकिन कुछ अलग वजहों से दाऊद की बात नहीं बन पाई. शीला का दावा है कि इसके बाद उन्होंने कभी दाऊद से संपर्क नहीं किया.
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