
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने चीन से कहा है कि वह भारत के आंतरिक मामलों में दखल न दे.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
दलाई लामा सम्मानित नेता, भारतीय जनता में उनके प्रति अपार श्रद्धा
चीन दलाई लामा को राजनीतिक व्यक्ति के तौर पर दर्शाने की कोशिश में
चीन के आपत्ति जताने के बाद भारत ने अपना रुख कड़ा किया
भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि तिब्बत के धार्मिक नेता के दौरे पर जानबूझकर विवाद पैदा किया जा रहा है. "भारत की ओर से कई बार यह संदेश दिया गया है कि दलाई लामा सम्मानित नेता हैं और भारतीय जनता में उनके प्रति अपार श्रद्धा है. भारत के किसी भी राज्य में उनके जाने पर कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए."
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने एनडीटीवी इंडिया से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि दलाई लामा की यात्रा हमेशा ही धार्मिक है. चीन उन्हें राजनीतिक व्यक्ति के तौर पर दर्शाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि "चीन उन्हें चरमपंथी मानता है लेकिन हमारे लिए वे हमारे धार्मिक नेता हैं."
इससे पहले दलाई लामा ने अरुणाचल का 2009 में दौरा किया था. तब भी चीन ने यह मामला काफी उछाला था. रिजीज़ू ने कहा कि "मैं 2009 में सरकार का हिस्सा नहीं था, मैं एक सांसद भी नहीं था. फिर भी मेरी राय यही थी."
किरेंन रिजीज़ू बोमडीला जिले के नफरा गांव के रहने वाले हैं. दलाई लामा वहां भी जाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि "आपको खुद उस भीड़ को देखना चाहिए जिससे आप एहसास कर पाएं कि लोगों में उनके प्रति इज्जत और भावनाएं किस प्रकार जुड़ी हुई हैं."
खराब मौसम के कारण दलाई लामा की यात्रा में बदलाव किया गया है. अब वे सड़क के रास्ते बोमडिला से दिरांग और फिर इटानगर जाएंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं