Coronavirus in India: भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही हो लेकिन इस बीच अच्छी खबर है कि इस बीमारी के खिलाफ जारी 'महाभारत' में देश की एकजुटता और संघर्ष का असर दिखने लगा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों की मानें तो देश ने मिलकर कोरोना वायरस को दो कदम पीछे धकेलने में कामयाबी पाई है. यानी भारत में रिकवरी रेट में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. मतलब इस बीमारी को हराने वाले मरीजों की संख्या की बढ़ रही है. अब तक 1749 मरीज इस बीमारी से उबर चुके हैं. बुधवार को 11.41 प्रतिशत, गुरुवार को 12.02 प्रतिशत और शुक्रवार को यह रिकवरी रेट बढ़कर 13.06 प्रतिशत हो गया. हालांकि कोरोना वायरस से लड़ाई कई मोर्चे पर जारी है और सिर्फ रिकवरी रेट के आंकड़े से ही अभी खुश नहीं हुआ जा सकता है. सरकार की ओर से जारी शुक्रवार की सुबह आंकड़ों में देश में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या 13387, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1007 नए मामले और 23 लोगों की मौत हुई है. पूरे देश में अब तक 437 लोगों की मौत हो चुकी है.
इटली, अमेरिका जैसी नही हैं हालात
बीते एक महीने में मरीजों की संख्या भले ही 13 हजार से पार हो गई हो लेकिन हालात इटली और अमेरिका वाले नही बने हैं. इसकी एक बड़ी वजह लॉकडाउन है. हालांकि अगर कुछ लोगों ने लापरवाही नहीं की होती तो कुल मरीजों की संख्या 10 हजार या उससे थोड़ा ज्यादा ही होती. दुनिया भर में गंभीर मरीजों की औसत 6 से 10 फीसदी माना जाता है जिन्हें वेंटीलेटर या ऑक्सीजन की जरूरत होती है. भारत में गंभीर मरीजों का औसत 20 फीसदी के आसपास है. 13 अप्रैल तक 1671 मरीज गंभीर हैं और कुल 42 हजार क्रिटिकल केयर बेड का इंतजाम कर लिया गया है. यानी अभी कुल मांग से बहुत ज्यादा हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं