शंकर सिंह वाघेला 17 साल पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे.(फाइल फोटो)
कांग्रेस से नाराज चल रहे गुजरात में कांग्रेस के कद्दावर नेता शंकर सिंह वाघेला ने शुक्रवार को अपने 77वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने मुझको 24 घंटे पहले पार्टी से निकाल दिया है. उन्होंने गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद को भी छोड़ने की घोषणा की और कहा कि पार्टी के बंधन से मुक्त हो रहा हूं. इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि उनको नहीं निकाला गया है.
बगावती तेवर अपनाते हुए शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस के लिए कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्धि, लेकिन लोग हमारी संजीवनी हैं. मैं 77 नॉटआउट हूं. आरएसएस से मेरा पुराना नाता रहा है, मुझे सत्ता की लालसा नहीं है. मुझे भगवान शंकर ने विष पीना सिखाया है.
पढ़ें : 'वाघेला' का दांव-कांग्रेस को झटका, बीजेपी की बल्ले-बल्ले, जानें 5 बातें
LIVE: शंकर सिंह वाघेला गुस्साये - कांग्रेस ने मुझे 24 घंटे पहले निकाला, अभी भी 77 नॉट आउट हूं
शुक्रवार को उनका जन्मदिन है और इस मौके को वह शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भुनाना चाहते थे. इससे पहले गुरुवार को वह दिल्ली में थे. उनके इस दौरे को कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था. इस साल के आखिर में गुजरात में चुनाव होने हैं और वाघेला चाहते थे कि पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर दे, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. दरअसल गुजरात कांग्रेस इस समय दो गुटों में बंटा हुआ है- शंकर सिंह वाघेला बनाम भरत सिंह सोलंकी गुट.
VIDEO- ऐन चुनाव से पहले शंकर सिंह वाघेला ने अपनाए बागी तेवर
बगावती तेवर अपनाते हुए शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस के लिए कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्धि, लेकिन लोग हमारी संजीवनी हैं. मैं 77 नॉटआउट हूं. आरएसएस से मेरा पुराना नाता रहा है, मुझे सत्ता की लालसा नहीं है. मुझे भगवान शंकर ने विष पीना सिखाया है.
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शुक्रवार को उनका जन्मदिन है और इस मौके को वह शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भुनाना चाहते थे. इससे पहले गुरुवार को वह दिल्ली में थे. उनके इस दौरे को कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था. इस साल के आखिर में गुजरात में चुनाव होने हैं और वाघेला चाहते थे कि पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर दे, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. दरअसल गुजरात कांग्रेस इस समय दो गुटों में बंटा हुआ है- शंकर सिंह वाघेला बनाम भरत सिंह सोलंकी गुट.
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