- राहुल ने कोलंबिया में भारत के लोकतंत्र पर गंभीर खतरे और विविधता के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था की आवश्यकता जताई.
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सोची में भारत और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए देश की संप्रभुता पर जोर दिया.
- बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी पर देश विरोधी ताकतों के प्रभाव में होने और भारत की आलोचना की आदत का आरोप लगाया.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लगभग एक ही समय में भारत को लेकर अपने विचार रखे. लेकिन दोनों के विचारों में तीखा विरोधाभास था. कोलंबिया में छात्रों के बीच राहुल गांधी ने जहां भारत के लोकतंत्र पर चौतरफा हमले और खतरे की बात कही, वहीं रूस के सोची शहर में पुतिन ने 140 से अधिक देशों के विशेषज्ञों के सामने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की.
राहुल गांधी के सवाल और पुतिन की तारीफ
राहुल गांधी ने कहा कि भारत चीन की तरह लोगों को दबाकर नहीं चल सकता क्योंकि देश की विविधता के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था और अलग-अलग विचारों की आजादी जरूरी है. इसके ठीक विपरीत, व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को बहुत ही समझदार और बुद्धिमान नेता बताते हुए कहा कि वह अपने राष्ट्र के हित में सजग हैं और कभी ऐसा फैसला नहीं करेंगे जो देश की संप्रभुता के खिलाफ हो. पुतिन ने यह भी कहा कि भारत में लोग अपने नेताओं के फैसलों पर नजर रखते हैं और वे कभी नहीं चाहेंगे कि उनका देश किसी के सामने झुके. साथ ही उन्होंने ट्रंप के टैरिफ (शुल्क) का भारत पर कोई असर न होने की बात कही.
'विरोधी ताकतों के 'टूल'...'
विदेश से दिए गए राहुल गांधी के इन बयानों पर भारतीय राजनीति में तीखी प्रतिक्रियाएं आईं. बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल पर भारत विरोधी शक्तियों के झंडाबरदार और देश विरोधी ताकतों के 'टूल' बनने का आरोप लगाया और उनके बयान को "हास्यास्पद और विडंबनापूर्ण" करार दिया. यह कहते हुए कि जिस परिवार ने 100 साल तक लोकतंत्र का लबादा ओढ़कर राजतंत्र जीवित रखा, उसे लोकतंत्र पर भाषण नहीं देना चाहिए.
'भारत की आलोचना करने की आदत...'
वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने इसे राहुल गांधी की विदेश में भारत की आलोचना करने की आदत बताया और कहा कि 'भारत माता की आलोचना बर्दाश्त नहीं की जाएगी'. इसके पलटवार में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और केसी वेणुगोपाल ने राहुल का समर्थन करते हुए कहा कि वह सच बोल रहे हैं और देश में लोकतंत्र वाकई खतरे में है और जब भी वह सच बोलते हैं, उन्हें देशद्रोही कहा जाता है. बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी ने राहुल के बयानों को जलन और गुस्सा बताया, जबकि कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने आरोप लगाया कि पिछले 11 सालों में देश का विकास नहीं हुआ, बल्कि समाज में टकराव पैदा किया गया.
'तो फिर नाटो क्या है...'
इसी कार्यक्रम के दौरान पुतिन से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उस बयान पर भी सवाल किया गया, जिसमें ट्रंप ने उन्हें 'कागजी शेर' कहा था. इस पर पुतिन ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि अगर हम कागजी शेर हैं, तो फिर नाटो क्या है?" उन्होंने कहा कि रूस पूरे नाटो के साथ युद्ध लड़ रहा है और मजबूती से आगे बढ़ रहा है. पुतिन ने यह चेतावनी भी दी कि रूस यूरोप के बढ़ते सैन्यीकरण पर नजर रख रहा है और ऐसे खतरों का जवाब बहुत कड़ा और निर्णायक देगा, जिसमें जवाबी कार्रवाई करने में समय नहीं लगेगा.
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