दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पार्टी अजीब कश्मकश में दिख रही है. कांग्रेस के नेताओं को ये समझ नहीं आ रहा है कि वो आम आदमी पार्टी के डिप्टी सीएम की गिरफ्तारी का विरोध करे कि नहीं. ज्यादातर कांग्रेस के नेता तो कुछ भी बोलने से कतरा भी रहे हैं. दरअसल दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने सोमवार को मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग की है. उनका कहना है कि सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया का केजरावील को बचाव नहीं करना चाहिए. दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने सोमवार देर शाम को ट्विट कर गिरफ्तारी को गलत बताया.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने किसी व्यक्ति या मामले का उल्लेख किए बगैर ट्वीट किया, 'कांग्रेस का मानना रहा है कि मोदी सरकार में ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी संस्थाएं राजनीतिक प्रतिशोध और उत्पीड़न का हथियार बन चुकी हैं.' उन्होंने दावा किया, 'ये संस्थाएं अपना पेशेवर होने का चरित्र खो चुकी हैं. विपक्षी नेताओं को चुनिंदा ढंग से निशाना बनाया जा रहा है ताकि उनकी प्रतिष्ठा खत्म की जाए.'
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कांग्रेस ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब कथित शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अदालत ने पांच दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने सिसोदिया की गिरफ्तारी का स्वागत किया था. रविवार दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने आबकारी नीति घोटाला मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को स्वागत योग्य कदम करार देते हुए दावा किया था कि आप ने ‘‘संपत्ति बटोरने के लिए सत्ता का इस्तेमाल किया'. चौधरी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘भ्रष्ट सौदे' के मुख्य साजिशकर्ता हैं और उन्हें (केजरीवाल को) भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए. (भाषा इनपुट के साथ)
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