मणिपुर में कुछ लोगों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने संबंधी वीडियो का मुद्दा सड़क से संसद तक में गूंज रहा है. इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है. इस बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्ष पर हमला बोला है. स्मृति ईरानी का कहना है कि मणिपुर का वायरल वीडियो बेहद संवेदनशील मुद्दा है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के बारे में सच्चाई नहीं सुनना चाहती.
चार मई का यह वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद से मणिपुर के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि विरोधी पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमा रहे हैं. ‘इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम' (आईटीएलएफ) के बृहस्पतिवार को प्रस्तावित मार्च से एक दिन पहले यह वीडियो सामने आया है.
#WATCH | Mumbai: Union Minister Smriti Irani says, "This (Manipur viral video) issue is not only sensitive but has implications with regard to national security and is known to the opposition leaders. However, the opposition did not want to discuss the issue on the floor of the… pic.twitter.com/qMLsFQGXK1
— ANI (@ANI) July 22, 2023
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "यह (मणिपुर वायरल वीडियो) मुद्दा न केवल संवेदनशील है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में इसके निहितार्थ हैं और विपक्षी नेताओं को इसकी जानकारी है. हालांकि, विपक्ष संसद के पटल पर इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहता, जो शुक्रवार को देखने को मिला. बेहद चिंताजनक बात यह है कि कल, राजस्थान के एक मंत्री ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर बात की, उन्हें कांग्रेस ने बिना सोचे-समझे बर्खास्त कर दिया. उतना ही चौंकानेवाला एक वीडियो है, जो पश्चिम बंगाल के मालदा से आ रहा है, जहां दो दलित महिलाओं की हत्या की गई. उन्हें पीटा और निर्वस्त्र कर दिया गया."
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, "कांग्रेस राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के बारे में सच्चाई नहीं सुनना चाहती...कांग्रेस पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों के दौरान लोगों की हत्याओं पर मूकदर्शक बनी रही, क्योंकि वह टीएमसी के साथ समर्थन की भूखी है."
इससे पहले केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि उन्होंने मणिपुर में कुछ लोगों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने संबंधी वीडियो को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की है और उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. ईरानी ने इस घटना को ‘‘निंदनीय और पूरी तरह अमानवीय'' करार दिया. बता दें कि वायरल वीडियो में नजर आ रहे दोषियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. इस मामले में अभी तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस का सर्च ऑपरेशन अभी जारी है. सीएम बीरेन सिंह का कहना है कि वह दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग करेंगे.
राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त किया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात प्रदेश के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया. गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा "राजस्थान में, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए, और राजस्थान में जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं महिलाओं के ऊपर, मणिपुर के बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए." पद से बर्खास्त होने के बाद गुढ़ा ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें सच बोलने की सजा मिली है. उन्होंने कहा "महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजस्थान नंबर एक स्थान पर है। मैंने क्या गलत कहा? मुझे सच बोलने की सज़ा मिली."
पश्चिम बंगाल में भी मणिपुर जैसी दो घटनाएं
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर भीड़ द्वारा घुमाए जाने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए शुक्रवार को दावा किया कि उनके राज्य में भी दो महिलाओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किया गया है. भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख और प्रदेश सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि घटना को 19 जुलाई को मालदा जिले में उस भीड़ ने अंजाम दिया जो ‘उनके (महिला के) खून की प्यासी' थी. उन्होंने कथित अपराध की धुंधली तस्वीरों के साथ एक वीडियो भी साझा किया. मालवीय ने मणिपुर की घटना पर मुखर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा, "यह एक ऐसी त्रासदी थी जिससे ममता बनर्जी का दिल ‘टूट' जाना चाहिए था और वह केवल आक्रोश जताने के बजाय कार्रवाई कर सकती थीं, क्योंकि वह बंगाल की गृह मंत्री भी हैं."
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