लोकसभा चुनाव समाप्त हो गया है. हालांकि, देश में एक लोकसभा सीट ऐसी भी है जहां अब भी चुनावी तपिश बरकरार है. मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के लिए प्रतिष्ठा बचाने वाली सीट थी. इस सीट पर एकनाथ शिंदे की पार्टी चुनाव जीत गई. अब उद्धव ठाकरे की पार्टी इसे लेकर चुनाव आयोग से तो शिकायत कर ही रही है, कोर्ट जाने की भी तैयारी कर रही है.
हारे उम्मीदवार के दावे
उत्तर पश्चिम सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले शिवसेना (UBT) उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि हम जल्द ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले हैं. अमोल कीर्तिकर ने कहा, "मतगणना के दिन भी मैंने सवाल उठाया था कि 19वें राउंड के बाद प्रत्येक राउंड के वोटों की घोषणा क्यों बंद हो गए थे, जबकि उससे पहले, प्रत्येक राउंड के बाद डाले गए वोटों की संख्या के बारे में घोषणाएं की गईं थीं. 19वें राउंड के बाद यह बंद हो गया था. 26वें दौर के बाद, उन्होंने सीधे वाइकर को विजयी उम्मीदवार घोषित कर दिया." कीर्तिकर ने यह भी कहा मतगणना केंद्र का सीसीटीवी फुटेज भी मांगा गया है. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कुछ भी गड़बड़ नहीं हुआ है. अब एक सप्ताह हो गया है लेकिन मुझे सीसीटीवी फुटेज नहीं दिया गया है. इस संबंध में शिवसेना (UBT) ने महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन कार्यालय और चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है.
संजय राउत ने लगाए आरोप
उद्धव ठाकरे की पार्टी के ही संजय राउत ने इस मामले पर कहा कि चोर सीसीटीवी फुटेज गायब करता है. ट्रेनिंग ऑफिसर सबसे भ्रष्ट अफसर हैं. उनकी पूरी जानकारी मेरे पास है. हम जल्द ही कोर्ट जाएंगे. यह सब मुख्यमंत्री के दबाव में किया गया है. सीसीटीवी को गायब कर दिया गया है. इस का मतलब कुछ तो गड़बड़ है. अमोल कीर्तिकर को गड़बड़ी करके हराया गया है और कोर्ट जाने के बाद अमोल को विजेता घोषित किया जाएगा, यह हमें विश्वास है.
एक और उम्मीदवार ने लगाया पेंच
शिंदे की पार्टी के रवींद्र वायकर ने मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर सेना (यूबीटी) के अमोल कीर्तिकर को 48 वोटों से हराया था. पूरे देश में सबसे कम जीत का अंतर इसी सीट पर है. इस सीट पर हिंदू समाज पार्टी के उम्मीदवार भरत शाह की ओर से भी कई आरोप लगाए गए हैं और पुलिस के पास इस बात की शिकायत भी दर्ज करवाई गई है. भरत शाह ने कहा कि इस मामले में जिस दिन वोट की गिनती हो रही थी, उस दिन रवींद्र वाइकर के परिवार के लोग मतगणना केंद्र पर थे. फोन पर लगातार बात कर रहे थे और धांधली कर रहे थे. वोट गिनती सेंटर की आरओ मैडम को भी किसी का कॉल आया था. लग रहा था उनपर दबाव बनाया जा रहा है.
शिंदे गुट ने क्या कहा?
शिवसेना शिंदे गुट ने भी सेना (UBT) पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह सारे इल्जाम गलत हैं. यह सब बातें अपनी हार को छुपाने के लिए की जा रही हैं. संजय शिरस्त ने कहा कि आरओ पर दबाव बनाकर उससे गड़बड़ी करवाना संभव नहीं है. हमारे मुख्यमंत्री ने किसी को फोन नहीं किया है. यह सब गलत बात है. उद्धव गुट के नेता हार नहीं पचा पा रहे हैं.
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