बिहार में जेडीयू के एनडीए से अलग होकर आरजेडी के साथ सरकार बनाने के बाद बीजेपी के नेता खासकर सुशील कुमार मोदी सीएम नीतीश कुमार, जेडीयू और आरजेडी पर हमलावार हैं. सुशील मोदी ने जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर हिम्मत हो तो ललन सिंह घोषणा करें कि लालू प्रसाद निर्दोष हैं और उनके विरुद्ध दिए गए सारे कागजात फर्जी हैं. जो खुद तीन महीने में बदल गए, उन्हें दूसरों पर तंज कसने का क्या हक है?"
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी को चुनौती दी है कि बिहार में सरकार गिराकर दिखाएं. उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें फिर भी कुछ नहीं बनाया.
@NitishKumar ने अपने पुराने सहयोगी@SushilModi को चुनौती दी कि बिहार सरकार को गिरा दे लेकिन एक बार उनके दुखती रग पर ये कहकर हाथ रख दिया कि फिर कुछ नहीं ना बनाया @ndtvindia @ndtvindia pic.twitter.com/CqJvRued1o
— manish (@manishndtv) August 28, 2022
वहीं ललन सिंह ने सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए कहा, "एनडीए में कुल कितने सहयोगी थे, आज कितने बचे हैं? क्या आज के बीजेपी नेताओं में गठबंधन धर्म का सम्मान करने वाले नेता अटल-आडवाणी जी का नाम लेने की भी हिम्मत है? नाम लेते ही किनारे लगा दिए जाएंगे. गठबंधन धर्म सम्मान से निभाया जाता है न कि सहयोगी पार्टियों को अपमानित करने से."
उन्होंने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की विफलतायें और महागठबंधन व विपक्षी पार्टियों की एकजुटता के कारण 2024 के संभावित परिणाम से बीजेपी का भयभीत होना स्पष्ट दिख रहा है."
इधर, जेडीयू की सहयोगी पार्टी आरजेडी ने कहा, "बिहार में भाजपाईयों की छाती पर बुलडोजर चल गया. संपूर्ण बीजेपी में मातम पसरा हुआ है. अब लूटे-पीटे भाजपाई अपने प्रिय जमाइयों और दलाल गोदी मीडिया के चरणों में लोटे हुए हैं."
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